गाज़ियाबाद। मोदीनगर के निकट शेरपुर गांव निवासी डॉक्टर अमित कुमार ने राष्ट्रीय मातृ पितृ दिवस पर देश के सभी माता-पिता को बधाई दी।तथा बताया कि राष्ट्रीय मातृ पितृ दिवस की शुरुआत 1994 में हुई थी।
अमेरिका के राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने कांग्रेस के एक प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए।जिसमें जुलाई के चौथे रविवार को माता-पिता को सम्मान देने के लिए एक आधिकारिक दिन के रूप में नामित किया गया था।तब से यह दिवस हर साल जुलाई के चौथे रविवार को मनाया जाता है।
इस अवसर पर एनसीसी आफिसर डॉ अमित कुमार ने देश के प्रत्येक पुत्र से जीवन भर अपने माता-पिता की सेवा करने की अपील की तथा कहा कि आज हम हम जो कुछ भी हैं वह अपने माता-पिता के कठिन परिश्रम, त्याग,ममता व प्रेम के द्वारा ही हैं।प्रत्येक माता-पिता अपनी इच्छाओं को दबाकर अपने पुत्र पुत्री की इच्छाओं को पूरा करते हैं।तथा उन्हें किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं होने देते। वह अपना पूरा जीवन अपने बच्चों को कामयाब करने में लगा देते हैं।अतः प्रतीक पुत्र का भी इसी प्रकार एक कर्तव्य बनता है की वृद्धावस्था में वह भी अपने माता-पिता की इसी प्रकार सेवा करें जैसे माता-पिता ने बचपन में उनका लालन-पालन किया था। हम जीवन में माता-पिता के लिए कितना भी कर लें फिर भी हम आजीवन उनके ऋणी रहेंगे।अतः हम सभी को अपने माता-पिता की तन मन धन से सेवा करनी चाहिए तथा भारतीय संस्कृति की विरासत व संस्कारों को आगे बढ़ाते हुए नई पीढ़ी में इस सेवा भाव के बीज रोपने चाहिए। ।जिससे कि बच्चे भी आपको देखकर आपकी भी उसी प्रकार सेवा करें जैसे कि आप अपने माता-पिता की करते रहे हैं व भारतीय संस्कृति ,संस्कारों को नई पीढ़ी में विकसित करने चाहिए।