स्वर्गीय से.रा. यात्री को समाज के सभी वर्ग ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि

 गाजियाबाद। वरिष्ठ साहित्यकार एवं गाजियाबाद कि शान से.रा. यात्री जी को देश भर से आए साहित्यकारों के साथ गाजियाबाद में श्रद्धांजलि सभा में उन्हें नमन किया। इस मौके पर उनकी स्मृतियों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके साथ ही उन्हें मरणोपरांत दीपशिखा सम्मान से करते हुए 51 हजार रुपए और ताम्रपत्र से सम्मानित किया।

सेवाराम यात्री जी का निधन 17 नवंबर को लंबी बीमारी के बाद हो गया था। साहित्य की दुनिया पर कभी न मिटने वाली छाप छोड़ने वाले सेवाराम यात्री जी के निधन से गाजियाबाद के साहित्य जगत के एक युग का अंत हो गया। उनकी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन रविवार को बुलंदशहर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल में किया गया। इस दौरान देश के कोने-कोने से आए वरिष्ठ साहित्यकारों ने सेवाराम यात्री जी के साथ बिताए संस्मरणों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान लोगों की आंखें नम हो गई, गला रुंध गया। साहित्यकारों ने स्वर्गीय यात्री के जो संस्मरण सुनाए उनसे गाजियाबाद के लोग भी अब तक अनजान थे। साहित्यकारों के साथ ही गाजियाबाद के पत्रकारों, राजनीतिज्ञ, व्यापारियों, शिक्षा से जुड़े लोगों समेत हर वर्ग के लोग  श्रद्धांजलि देने पहुंचे। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे लोगों में विधायक, पूर्व विधायक व सभी राजनेतिक दलों के पदाधिकारी भी शामिल थे। साहित्य संवर्धन की दिशा में सक्रिय दीप शिखा संस्थान प्रतिवर्ष एक साहित्यकार को विशेष रूप से सम्मानित करती है। संचालक मंडल ने इस वर्ष का दीप शिखा सम्मान गांधीवादी साहित्यकार सेवाराम यात्री जी को प्रदान करने का निर्णय लिया था। जिस दिन उन्हें सम्मानित किया जाना था, उसी दिन उनका निधन हो गया था। संस्थान के ट्रस्टी डॉक्टर अजय गोयल जो स्वयं स्थापित साहित्यकार हैं ने रविवार को श्रद्धांजलि सभा में पहुंचकर सेवाराम यात्री को मरणोपरांत यह पुरस्कार प्रदान किया। पुरस्कार के रूप में 51000 रुपए एवं तामपत्र उनके पुत्र आलोक यात्री एवं उनकी मानस पुत्री डॉ.माला कपूर ने ग्रहण किया। इस मौके पर आलोक यात्री ने घोषणा की कि स्वर्गीय सेवाराम यात्री जी की स्मृति में माला कपूर मेघावी छात्रों को पुरस्कार प्रदान करेंगे। उन्होंने सम्मानस्वरूप धनराशि माला कपूर को प्रदान की।