सृजन यात्रा के लिए से. रा. यात्री किए जाएंगे 'दीपशिखा' सम्मान से अलंकृत - डॉ अजय गोयल

   विशेष संवाददाता 

  गाजियाबाद। साहित्य संवर्धन की दिशा में सक्रिय 'दीपशिखा' संस्थान प्रति वर्ष एक साहित्यकार को सृजन यात्रा के लिए विशेष रूप से सम्मानित करती है। संचालक मंडल ने अवगत करवा है कि इस वर्ष का 'दीपशिखा सम्मान' वयोवृद्ध गांधीवादी साहित्यकार से. रा. यात्री को प्रदान किया जाएगा।

 संस्थान के ट्रस्टी डॉ. अजय गोयल जो स्वयं स्थापित साहित्यकार हैं ने अवगत करवाया कि श्री यात्री को उनकी सृजन यात्रा के लिए अंग वस्त्र व श्रीफल के अलावा पचास हजार रुपए की राशि भी प्रदान की जाएगी। डॉ गोयल ने बताया कि इससे पूर्व यह सम्मान अशोक अग्रवाल, नफीस आफरीदी व हरिनारायण को प्रदान किया जा चुका है।

  'दीपशिखा' संस्थान द्वारा घोषित यह पुरस्कार शनिवार 18 नवंबर को प्रदान किया जाएगा। डॉ. गोयल के अनुसार श्री यात्री की अस्वस्थता के चलते यह पुरस्कार उनके गाजियाबाद स्थित निवास स्थल पर एक सूक्ष्म कार्यक्रम में प्रदान किया जाएगा। गौरतलब है कि विगत 50 वर्षों से लेखन में सक्रिय श्री यात्री की देश विदेश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में 300 से अधिक कहानियां, 40 से अधिक कहानी संग्रह, 32 से अधिक उपन्यास के अलावा संस्मरण, व्यंग्य और साक्षात्कार की लगभग डेढ़ सौ पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है। जिनमें उपन्यास के रूप में 'दराजों में बंद दस्तावेज', 'लौटते हुए', 'टापू पर अकेले', 'चांदनी के आर-पार', 'बीच की दरार', 'अंजान राहों का सफ़र', 'कईं अंधेरों के पार', 'प्यासी नदी", 'एक छत के अजनबी' व 'जिप्सी स्कॉलर', कहानी संग्रह 'दूसरे चेहरे', 'अलग अलग अस्वीकार', 'काल विदूषक', 'धरातल', 'केवल पिता' व 'सिलसिला" खासे चर्चित रहे हैं। उनके संस्मरण, व्यंग्य, साक्षात्कार व डायरी के रूप में लगभग डेढ़ सौ पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। संचालक मंडल में सुश्री इंदु शर्मा, सुश्री दीपशिखा गोयल, डॉ. अजय गोयल, परम गोयल व वरण गोयल शामिल हैं।