अमर भारती साहित्य संस्कृति संस्थान की मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन

गाजियाबाद। अमर भारती साहित्य संस्कृति संस्थान के तत्वाधान में मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में एक दर्जन से अधिक रचनाकारों ने अपनी शानदार रचनाएं प्रस्तुत कीं।आरडीसी राजनगर शिवम टावर, 608 ए में आयोजित गोष्ठी का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलित करके किया गया। 

गोष्ठी में पहले कवि के रुप में पत्रकार सुदामा पाल ने अपनी ग़ज़ल पेश करते हुए कहा- सबको अपने-अपने ग़म हैं, किसी का ज्यादा किसी को कम हैं। कवि ब्रजेश सिंह ने अपनी कविता- सूखती, ताल तलैया सूख रही तकदीर पढ़ी।वरिष्ठ शायर विपिन जैन का शेर- मुख़्तसर सी मुलाकात तो अच्छी नहीं, औरों से बात तो अच्छी नहीं, को बहुत पसंद किया गया।वरिष्ठ छायाकार व कवि कुलदीप जी ने -पास था कुछ नहीं,साथ था कुछ नहीं कविता पढ़ी।

आकाशवाणी से सेवानिवृत्त उप निदेशक व साहित्याकर  सोमदत्त शर्मा ने दोहे सुनाये। उनके इस दोहे का बहुत पसंद किया गया- वे सवाल कर सामने, खड़े रहे बेताव।उत्तर देकर आप फिर, मुड़ क्यों गये जनाब? डॉ. लाल रत्नाकर ने ग्रामीण जीवन के परिदृश्य को शब्दों में व्यक्त करते हुए पढ़ा- मेरे हिस्से के खेत के एक कोने में, रवि, खरीफ और जायद की फसलों में ईमानदारी, प्रेम और मोहब्बत के विरवे जरुर बो देना। वरिष्ठ कवि जगदीश पंकज ने पढा कि - कबूतर लौटकर नभ से सहमकर आया, वहां भी किसी बारुद का षड्यंत्र जारी है। वेद शर्मा ने -पट्टे के नेकर में तुम, आधा शहर नाप लेते थे, कविता सुनायी। 

संस्थान के अध्यक्ष डॉ रमेश कुमार भदौरिया ने -कहने को संसार एक है, पर क्या सब की दुनिया एक, कविता सुनायी। दिनेश दत्त शर्मा ने -मुझे भी हिन्दुस्तान में कोई खाली स्थान दो,योगेन्द्र दत्त शर्मा ने- जीवन के दुख झेल झेलकर, पूरखे स्वर्ग सुधार गये कविता सुनायी। संस्था के संस्थापक व वरिष्ठ गीतकार डॉ धनंजय सिंह ने अपना गीत कुछ यूं  प्रस्तुत किया- उखड़ापन सौगात दे गया, उखड़ा-उखड़ा नीम, नीम क्या-क्या साथ ले गया उखड़ा-उखड़ा नीम, सुनाकर जमकर तालियां लूटीं। 

युवा कवि प्रवीण कुमार ने अपनी कविता में समाज व प्रकृति का शानदार चित्रण करते हुए- अन्न की कमी से पैदा होता है अकाल... सुनायी। वरिष्ठ कवयित्री मधु बी जोशी ने कुछ इस अंदाज में - कॉफी हाऊस में बच्चा आया, बच्चा देख बैरा घबराया.. अपनी कविता सुनायी।

काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे सोमदत्त शर्मा व विशिष्ठ अतिथि मधु बी जोशी को संस्था के अध्यक्ष डॉ. रमेश कुमार भदौरिया ने सोमदत्त शर्मा व संस्थापक डॉ धनंजय सिंह नने कवयित्री मधु बी जोशी को शॉल ओढाकर सम्मानित किया।

गोष्ठी का सफल संचालन संस्थान के महासचिव कवि प्रवीण कुमार एडवोकेट ने किया।इस अवसर पर वित्तीय सलाहकार पुनीत श्रीवास्तव व पर्यावरण कार्यकर्ता विवेक दत्त शर्मा भी मौजूद रहे।