ह्रदय में धर्म की स्थापना के लिए भगवान लेते है अवतार -आचार्य संतोष भारद्वाज

टमकोली, ग़भाना, 26 मई। ज़ब-ज़ब आसुरी प्रवृतियां बढ़ जाती है, अधर्म का बोल बाला हो जाता है, तब-तब मानव चेतना की जागृति के लिए भगवान साकार रूप लेते है और मानव के ह्रदय में धर्म की स्थापना करके अधर्म का नाश करते है। उक्त बातें विश्व प्रसिद्ध समाजसेवी और आध्यात्मिक गुरु श्री सतपाल जी महाराज के शिष्य आचार्य संतोष भारद्वाज ने कही।

ग़भाना के ग्राम-टमकोली में चल रहे श्रीमद्भगवत कथा महायज्ञ के पांचवे दिन भागवताचार्य संतोष भारद्वाज जी महाराज ने कहा कि निराकार भगवान का साक्षात् दर्शन समय के तत्त्वदर्शी महापुरुष के द्वारा होता है। वही निराकार शक्ति ही साकार रूप धारण करके आती है और अपने निज रूप(निराकार) का दर्शन कराती है। इसलिए आप सभी समय के सद्गुरु(आत्मज्ञानी संत) की खोज कर आत्म-ज्ञान लेकर (आत्म-साक्षात्कार करके) अपना जीवन सार्थक करें और जन्म-मरण के दूसह दुःख से छुटकारा पाएं। यही मानव जीवन का लक्ष्य है। 

आचार्य संतोष भारद्वाज ने पांडाल में उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि महापुरुषों का अवतरण किसी विशेष उद्देश्य के लिए होता है। भगवान राम और भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि ज़ब-ज़ब रावण और कंस जैसे आततायी आतंक और अत्याचार से समाज को दूषित और भयभीत कर देते है, तब-तब मानव की शुसुप्त चेतना को जागृत कर अध्यात्म की ज्योति जलाते है और अज्ञान रूपी अंधकार को समाप्त कर ज्ञान रूपी प्रकाश से जीवन को धन्य-धन्य कर देते है। आज श्रीकृष्ण जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। साथ ही सुन्दर झांकी भी निकाली गयी। सबने भगवान श्रीकृष्ण के साकार रूप का दर्शन कर फुले नहीं समाएं। सभी भक्तों ने झूम-झूम के बधाईयां गायी और मिठाईयां भी बांटी।

यज्ञपति श्री अवधेश सिंह(बबलू), परीक्षित श्री नरेंद्र शर्मा जी, राजेश शर्मा, महेंद्र सिंह व गौरव दक्ष द्वारा कथाव्यास आचार्य श्री संतोष भारद्वाज जी का फूल-मालाओं और मुकुट सहित पटका पहना कर स्वागत किया। साथ ही मंच पर उपस्थित सभी गायक कलाकारों का फूल-मालाओ और तिलक लगाकर स्वागत किया गया। पंडित विनोद शर्मा, गोपाल कृष्ण शर्मा, पं.राजू शास्त्री, गुड्डू शर्मा, चंद्रशेखर शर्मा, दिवेंदु शर्मा, मुकेश शर्मा, कृपाल शिव शर्मा, ठाकुर बाबू सिंह(पूर्व ग्रामप्रधान), प्रमोद महेश्वरी, डॉ.नेत्रपाल सिंह, डॉ. राम सिंह, डॉ. जयपाल सिंह, सुशील शर्मा, छत्रपाल शर्मा, छवि शर्मा, प्रांजल शर्मा, इवान शर्मा, रामअवतार शर्मा, मनमोहन कश्यप, जितेंद्र भारद्वाज, छोटे सिंह, राज कुमार सिंह, संतोष शर्मा, माया देवी, शालू शर्मा, रेनू सिंह, लकी शर्मा, शिखा शर्मा, निधि शर्मा, निर्मल शर्मा इत्यादि लोग उपस्थित रहे।

आरती पूजन के साथ आज के कार्यक्रम को विश्राम किया गया। कार्यक्रम दोपहर 12 से सायं 5 बजे तक चला।