नोटिसो की आंख मिचौली बंद कर स्कूलो पर कार्यवाई करने की हिम्मत दिखाए अधिकारी - जीपीए

गाजियाबाद। जीपीए लगातार निःशुल्क एवम अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार ( आरटीई ) के तहत चयनित बच्चों के एडमिशन स्कूलो में सुनिश्चित कराने के लिए सघर्ष कर रही है पिछले दिनो  शिक्षाधिकारीयो , जिलाधिकारी एवम नगर मजिस्ट्रेट द्वारा नोटिस भेजकर निजी स्कूलों को मान्यता रद्द करने की चेतावनी के साथ साथ स्कूल प्रबंधको के साथ आरटीई के एडमिशन को लेकर  सख्ती दिखाते हुए  मीटिंग भी की गई थी। लेकिन अधिकारियों द्वारा लाख कोशिशों के बाद भी निजी स्कूल आरटीई के एडमिशन लेने को तैयार नही है। जीपीए को आरटीई के दाखिलों को लेकर लगातार अभिभावको की शिकायत मिल रही है।  गाजियाबाद के विजय नगर स्थित जे. के .जी इंटरनेशनल स्कूल का जिसमें दो छत्राओ के एडमिशन आरटीई के अंतर्गत होने थे शासनादेश को जारी हुये दो महीने से भी ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी स्कूल द्वारा बच्चों के प्रवेश नही लिए गये अभिभावक द्वारा लगातार दो महीने से स्कूल के चक्कर लगाए जा रहे है। अंत मे स्कूल प्रशासन ने यह कह कर पेरेंट्स को मना कर दिया कि आरटीई के दाखिले पूरे हो चुके है और हम बेसिक शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट भेज चुके है। यही हाल जिले के अधिकतर स्कूलो का है जिले के अनेको स्कूल पेरेंट्स के घर जाकर जांच कर रहे है और अपने हिसाब से रिपोर्ट बीएसए  को भेज रहे है। जिससे कि बच्चों के एडमिशन प्रक्रिया में अवरोध पैदा कर सके । आज जीपीए द्वारा एक बार फिर जिले के निजी स्कूलों द्वारा बच्चो के आरटीई के दाखिलों को नही लेने पर सख्त कार्यवाई के लिए नगर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सोपा गया है और जीपीए द्वारा उम्मीद जताई गई है कि अधिकारियों द्वारा अब नोटिसों की आंख मिचोली खेलना बंद कर आरटीई के दाखिलों को नही लेने वाले स्कूलो पर मान्यता रद्द करने की ठोस कार्यवाई सुनिश्चित करते हुये प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा दिये गए आदेशों का पालन सख्ती से कराया जाएगा । गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने चेतावनी भी दी है कि अगर अधिकारियों द्वारा आरटीई के दाखिलों पर गंभीरता नही दिखाई गई तो एक बड़ा आंदोलन करना जीपीए की विवशता होगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी ।