गाज़ियाबाद। जीवनदायनी स्वास्थ्य विभाग 102 108 व ए एल एस एंबुलेंस कर्मचारी संघ गाजियाबाद ने अपनी मांगों बारे जिला अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सौंपा ज्ञापन।
कमेटी के द्वारा जिला अध्यक्ष बृजमोहन के नेतृत्व में अपनी मांगों को लेकर जिला अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा एंबुलेंस 108 102 स्वास्थ्य विभाग में ए एलएस कर्मचारियों के समायोजन हेतु प्रदेश में एंबुलेंस 108 ,102 व ए एल एस सेवा पर कार्यरत 19221 कर्मचारियों के शोषण से अवगत करवाते हुए प्रदेश में कार्यरत एंबुलेंस कर्मचारियों का पक्ष समक्ष रखा। बीते दिनों कार्यालय लखनऊ में जीवनदायिनी एंबुलेंस सघ के प्रदेश पदाधिकारियों एवं जीवीके ईएमआरआई एंबुलेंस संचालनकर्ता कंपनी के पदाधिकारीयो जीवनदायिनी संगठन प्रदेश अध्यक्ष श्री हनुमान पांडे और प्रदेश महामंत्री श्री बृजेश कुमार,प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री सुशील पांडे, राष्ट्रीय पदाधिकारी दिनेश कुमार कौशिक जी के द्बारा श्रम विभाग के समक्ष एंबुलेंस कर्मचारियों का पक्ष रखते हुए कहा की एडवांस लाइफ सपोर्ट (ए एल एस) एंबुलेंस जिस का संचालन जीवीके ईएम आर आई के द्वारा किया जा रहा है। लेकिन अब नेशनल हेल्थ मिशन के द्वारा टेडर जिगित्सा हेल्थ लिमिटेड कंपनी को दिया गया है जिसके कारण लगभग 1200 कर्मचारियों की नौकरी के ऊपर तलवार लटक गई हैं। कंपनी की तरफ से आए एचआर हेड के द्वारा पक्ष रखते हुए श्रम विभाग को भ्रमित किया गया कि कंपनी ने अभी तक किसी भी कर्मचारी का टर्मिनेशन नहीं किया है।
लेकिन जीवनदायनी संघ आपके संज्ञान में लाना चाहता है नई कंपनी जिगित्सा हेल्थ लिमिटेड के द्वारा ए.एल.एस गाड़ियों पर पायलट और एमरजैंसी मेडिकल टेक्निशियन की नियुक्तियों के लिए विज्ञापन निकालकर कंपनी लगातार नए कर्मचारियों की नियुक्तियां कर रही। संचालनकर्ता दोनों कंपनियों को नैशनल हैल्थ मिशन के द्बारा 250 एंबुलेंस गाड़ियों का हैंड ओवर।
टेक ओवर बारे पत्र जारी किया जा चुका है। जब नई कंपनी नए कर्मचारियों की चयन प्रक्रिया पूरी कर चुकी होगी।
उस समय पुराने कर्मचारियों को जीवीके ईएमआरआई कंपनी एन.एच.एम के द्वारा साजिशन बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। नई कंपनी तब पुराने कर्मचारियों को लेने से मना कर देगी जब कार्यरत अनुभवी एंबुलेंस कर्मचारी मौजूद है तो नई भर्तिया क्यों की जा रही है। ए एल एस कर्मचारियों के खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा है। मिशन निदेशक महोदय को निर्देशित किया जाए फ्रंट कोरोना वारियर्स एंबुलेंस कर्मचारियों की नौकरी के विषय की गभीरता समझते हुए जल्द निर्णय ले की प्रथम चरण और द्बितीय करोना काल में अपनी जान जोखिम में डालकर सेवाएं दे रहे हैं जल्द समायोजित कर नौकरी सुरक्षा दि जाए।
1:- ए.एल.एस और सभी कार्यरत एबुलेंस कर्मचारियो को कंपनी बदलने पर कर्मचारियों को न बदला जाए पुराने अनुभवी कर्मचारी ही रखें जाए।
2 :- कंपनी बदलने पर वेतन में किसी भी तरह की कटौती न की जाए।
3 :- जब गाड़ी सरकारी कर्मचारी की ट्रेनिगं सरकार के पैसे से तो कंपनी को बीच से हटा कर कर्मचारियों को हरियाणा की भांति नैशनल हैल्थ मिशन के अधिन कर एंबुलेंस का संचालन भी स्वास्थ्य विभाग के द्धारा सरकार को करना चाहिए।
4 :- करोना महामारी के दौरान अग्रणी भूमिका निभा रहे कोरोना योद्बाओं, कोरोना वारियर्स एंबुलेंस कर्मचारिय ठेकेदारी से विश्राम चाहीए।
5 :-यदि कर्मचारियों को ठेके पर रखना सरकार की कोई मजबूरी है तो हमें एनएचएम के अधीन ठेके पर रखा जाए जिससे कंपनी बदलने पर हमारी नौकरी सुरक्षित रहे।
इस मौके पर जिला कमेटी से जिला अध्यक्ष बृजमोहन, जिला मीडिया प्रभारी रिंकू, जमशेद अली, कैलाश यादव ,नरेश पाल, हितेंद्र आदि मौजूद रहे।