स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे राष्ट्र और धर्म को बांटने वाले ब्यान देने वालो पर लगाम लगाना जरूरी - अश्वनी शर्मा

गाज़ियाबाद। अश्वनी शर्मा (समाज विचारक) पिछले कई दिनों से स्वामी प्रसाद मौर्य के 27 अगस्त 2023 को दिये हिंदू विरोधी बयान को लेकर कार्यवाहि करवाने का प्रयास कर रहे हैं और इस संबंध में उन्होंने एसीपी श्री रवि सिंह को सबूतों के साथ लिखित शिकायत दी और उन्होने शिक़ायत में उल्लेख किया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा लखनऊ में अर्जक संघ के संस्थापक महामना रामस्वरूप वर्मा जी की शताब्दी जयंती के अवसर पर अयोजित कार्यक्रम में संबोधित करते हुए हिंदू धर्म को धोखा बताया गया तथा कहा गया की हिंदू धर्म नाम का कोई धर्म है ही नहीं।

 उनके द्वारा इस कार्यक्रम के सम्बोधन में कहा गया है कि "ब्राह्मणवाद की जड़ें बहुत गहरी हैं और सारी विषमताओ का कारण ब्राह्मणवाद ही है, हिंदू धर्म का नाम कोई धर्म है ही नहीं हिंदू धर्म केवल धोखा है, सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कह कर इस देश के दलितो, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने भ्रम के मकड़जाल में फसाने की इनकी एक साजिश है।" श्री स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा यह कथन जानबुझकर भारत के नागरिकों की धार्मिक भावनाओं को भड़काने वा ठेस पहुचाने के लिए दुर्भावनापूर्ण आश्य से दिया गया है उनका यह कथन समुदायो के बीच में शत्रुता बढ़ाने वाला और सद्भाव बिगाडने वाला है, श्री स्वामी प्रसाद मौर्य इससे पहले भी समुदायो के बीच शत्रुता बढ़ाने के आश्य से बायन देते रहे हैं। उनके इस बयान को विभिन्न‌ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और प्रिंट मीडिया में प्रसारित किया गया है. उनके इस बयान से मेरी धार्मिक भावना आहत हुई है, उनका यह कथन हिंदू समाज में कटुता और दुर्भाव की भावना उत्पन्न कर रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा अपना ट्विटर अकाउंट पर भी आपने इस कथन को अपलोड किया है। स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा अपराधिक कृत्य किया गया है, एसीपी रवि सिंह जी द्वारा त्वरीत और उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।शिकायत देने वालो मे मुख्य रूप से अश्वनी शर्मा, निखिल त्यागी जी, संतोष भारद्वाज जी, वैभव शर्मा जी, मुकेश गौड़ जी, संदीप शर्मा जी, बीके त्यागी जी आदि रहे।