होली का पर्व भक्ति मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है- सतपाल जी महाराज

मुरादनगर। गंगनहर स्थित सतलोक आश्रम के श्री हंस इंटर कॉलेज के प्रांगण में मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान में दो दिवसीय होली महोत्सव पर सद्भावना सत्संग समारोह में अपार जन समुदाय को संबोधित करते हुए सुविख्यात समाजसेवी व उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल जी महाराज ने कहा कि होली का पर्व भक्ति मार्ग पर चलने व परमात्मा के प्रति अटूट भक्ति व सद्भावना का संदेश देता है।

उन्होंने कहा कि परम प्रभु जर्रे जर्रे में है, वह सर्व व्यापक है, प्रभु सब जगह है। व्यापक होने से सब में ओत प्रोत है। जैसे आपका वाईफाई व्यापक है, पर उससे जुड़ने के लिए आपको पासवर्ड चाहिए। ऐसे ही वह परम सत्ता जो व्यापक है, उससे कनेक्ट होने के लिए आपको प्रभु का व्यापक नाम चाहिए, नाम रूपी पासवर्ड चाहिए। उसका गुप्तज्ञान सदगुरु महाराज की शरण में आने से प्राप्त होता है।

श्री महाराज जी ने कहा कि भारत देश ने हमेशा अहिंसा और शांति का ही संदेश सारे संसार को दिया है। उन्होंने आगे कहा कि हम आत्मज्ञान का प्रचार करें और इसी ज्ञान से भारत की जो गरिमा है, वह भारत प्राप्त कर सकता है और भारत यह ज्ञान सारे संसार को उपहार के रूप में देने की क्षमता रखता है। इसलिए इसका संकल्प लेते हुए हम आगे बढ़े, आत्मज्ञान का प्रचार करें और सद्भावना को फैलाते हुए आगे बढ़ें। सतलोक आश्रम में गुरु महाराज जी ने परिवार सहित भक्तो के संग होली खेली।

कार्यक्रम से पूर्व श्री महाराज जी, पूज्य माता अमृता जी व अन्य विभूतियों का संस्था के पदाधिकारियों ने माल्यार्पण कर स्वागत किया तथा माता अमृता जी, आराध्या जी,मोहिना जी सहितअनेक विद्वान संत-महात्माओं ने अपने सारगर्भित विचार रखे। भजन मंडली के गायकों ने अपने सुमधुर भजनों द्वारा उपस्थित श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। मंच का संचालन महात्मा हरिसंतोषानंद ने किया।