चीनी मांझा इस्तेमाल कर्ता मीले तो उस पर सामुहिक हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया जाय - तौसीफ़ हाशमी

 गाज़ियाबाद। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री से मास को-ऑपरेशन एनजीओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष तौसीफ हाशमी ने मांग की है यदि कोई भी व्यक्ति चीनी मांझा इस्तेमाल कर्ता मीले तो उस पर सामुहिक हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया जाय साथ ही कहा दिल्ली-एनसीआर में दूसरे राज्यों से 'मौत' के मांझे की डिलीवरी की जा रही है। मांझा विक्रेता बेखौफ होकर धड़ल्ले से ऑनलाइन बिक्री कर रहे हैं। पंजाब, हरियाणा व उत्तर प्रदेश से प्रतिबंधित चीनी मांझे दिल्ली एनसीआर में पहुंच रहे हैं। न पुलिस का खौफ और न ही प्रशासन की कार्रवाई का डर इन विक्रेताओं में दिखता है। 

ऑनलाइन वेबसाइट बनाकर यह खुले आम अलग-अलग नामों से चीनी मांझा बेच रहे हैं। इसके लिए वह ऑनलाइन ऑर्डर ले रहे हैं। यही नहीं, मांझा विक्रेता इतने चौकस हैं कि वह किसी भी तरह पुलिस की पकड़ में न आएं इसके लिए डिजिटल पेमेंट स्वीकार नहीं कर रहे हैं। इसमें केवल कैश ऑन डिलीवरी कर रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में मांझे से घायल लोग व पक्षियों की संख्या बढ़ सकती है 15 अगस्त करीब है। इसके जश्न की तैयारियां जोरो-शोरो से चल रही हैं। आसमान में रंग-बिरंगी पतंग उड़ना शुरू हो गई हैं। पतंगों के शौकीन एक-दूसरे की पतंग काटने के लिए अपने घरों की छत पर नजर आने लगे हैं। लेकिन, बावजूद इसके लापरवाही बरती जा रही है। बाजारों में कुछ सख्ती तो देखने को मिली है, पर अब भी बिक्री पूरी तरह से बंद नहीं हुई है। पतंगबाजी के दौरान इस मांझे की चपेट में आकर बीते वर्षों कई लोगों के जीवन की डोर टूट चुकी है। सबसे अधिक खतरा दो पहिया वाहनों को होता है। जिस तरह हथियार बेचने व खरीदने वाले दोनों दोषी होते हैं इसी तरह मौत की सामग्री को खरीदने वाला भी दोषी होता है क्योंकि वो जानबूझकर लोगों की जान ले रहा है इसी लिए मांझे को इस्तेमाल करने वालों पर सामूहिक हत्या करने का मुकदमा दर्ज किया जाए जो कि जनहित में है।

इस प्रकरण पर बात करते हुए एनजीओ के पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष नरेश चांदना ने बताया कि पतंग का चीनी मांझा नायलॉन के धागे में मैटेलिक पाउडर मिलाकर बनाया जाता है। नायलॉन के धागे पर कांच और लोहे को पीस कर धागे पर धार लगाई जाती है। 

ये प्लास्टिक जैसा दिखता है और स्ट्रेचेबल होता है। इसे खींचते हैं तो टूटने के बजाय बढ़ जाता है। इसे काटना मुश्किल होता है। 

चीनी मांझे के खिलाफ मास को-ऑपरेशन एनजीओ मुहीम चला रही है। एनजीओ के पद अधिकारी लोगो को इसे इस्तेमाल न करने के लिए गुजारिश कर रहे हैं। लोगों को इस मांझे से बचने के लिए भी गुहार लगा रहे हैं। इसमें सभी दोपहिया वाहन चालकों से निवेदन किया जा रहा है कि 15 अगस्त तक गले को रूमाल या किसी कपड़े से ढक कर वाहन चलाएं और पतंग के मांझे से सावधानी बरतें।