गाज़ियाबाद। निशुल्क एवम अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 12 (1) (ग) के अंतर्गत चयनित बच्चो के अभिभावक आज पहले अपर जिला अधिकारी नगर के कार्यालय पहुंचे जहा से उन्हे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के ऑफिस भेज दिया गया। जब अभिभावक 40 डिग्री तापमान की तपती दोपहरी में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि आज बीएसए उपस्थित नहीं है। जिसके बाद अकैडमिक रिसोर्स पर्सन के रूप में पिछले कई सालों से आरटीई के दाखिलों की लीपा पोती कर रहे शरद भारती से पेरेंट्स की वार्ता हुई तो उन्होंने बात खंड शिक्षा अधिकारी पर डाल दी, कुल मिलाकर अभिभावकों को आज भी दाखिले के नाम पर निराशा ही हाथ लगी।
गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी और आरटीई के प्रभारी धर्मेंद्र यादव ने बताया की अभिभावकों का कहना है कि डीपीएस स्कूल सिद्धार्थ विहार द्वारा हमसे शपथ पत्र के साथ पेन कार्ड मांगा जा रहा है, जो नियम के विरुद्ध है साथ ही डीपीएस लोनी नया नाम श्री राम यूनिवर्सल स्कूल एवम सेंट थामस स्कूल द्वारा भी दाखिले नही देने के लिए तरह तरह के रोड़े अटकाए जा रहे है। इसी तरह जिले के अन्य स्कूल भी अभिभावकों को दाखिले के नाम पर बैंक स्टेटमेंट और अनावश्यक कागजात मांग कर प्रताड़ित कर रहे है।
जीपीए ने कहा कि हमे ऐसा लगता है की जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय अभिभावकों के धैर्य की परीक्षा ले रहा है, कही ऐसा ना हो की अभिभावकों के धैर्य का बांध टूट जाए और वो सड़को पर उतरने के लिए मजबूर हो जाए और अगर ऐसा हुआ तो इसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की होगी। इस मौके पर विकास कुमार , अनिल , प्रदीप , राहुल कुमार , विकास मावी, सुषमा , बबीता, राजन ,रवि आदि मौजूद रहे।