गाज़ियाबाद। हर की पौड़ी हरिद्वार से पदयात्रा करके गाज़ीपुर बॉर्डर तक पहुचे अनशनकारी यति सन्यासियो क़ो आज गृह मंत्रालय से अपनी बात रखने का न्योता मिला।आज शाम लगभग 4:00 बजे वार्ता के बाद यति सन्यासियों ने धरना को स्थिगत किया।
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अपने गुरु महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज की सुरक्षा की सरकार द्वारा अनदेखी किये जाने के विरोध में ये यति सन्यासी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर आमरण अनशन करने जा रहे थे परन्तु दिल्ली पुलिस से इन्हे दिल्ली में घुसने ही नहीं दिया।
दिल्ली पुलिस की इस तानाशाही के विरोध में यति सन्यासी वही आमरण अनशन करके बैठ गए थे।
यति सन्यासियों की गुरु भक्ति व सनातन के प्रति सत्यनिष्ठा के सामने दिल्ली पुलिस ने घुटने टेक दिए और आज आला अफसरों ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से बात करके यति सन्यासियों को वार्ता का न्योता भेजा।उसके बाद यात्रा का नेतृत्व कर रहे यति रामस्वरूपनन्द व यति रणसिंहनन्द जी को वार्ता के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ले जाया गया।वार्ता में यति रामस्वरूपनन्द ने कहा कि हमारे गुरुजी शिवशक्ति धाम डासना के पिठाधीश्वर व जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज अपनी सत्यनिष्ठा और स्पष्टवादिता के कारण इस्लामिक जिहादियों के सम्पूर्ण विश्व के निशाने पर हैं।जिसके कारण उन्हें प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से धमकियां तो मिलती ही रहती है,कई बार गुरुजी पर मंदिर के अंदर भी हमले की कोशिश की गई है।उसके बाद भी सरकार ने उचित सुरक्षा का कोई संज्ञान नही लिया।यति रणसिंहानन्द गिरी जी महाराज ने कहा की हमारे गुरुजी सनातन की सबसे मुखर आवाज है,गुरु जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन सनातन की सेवा में लगाया है,हम किसी भी परिस्थिति में अपने गुरु जी को अकेला नही छोड़ सकते इसके लिए चाहे हमे कुछ भी करना पड़े।