पदयात्रियों ने गाज़ीपुर बॉर्डर पर आरम्भ किया आमरण अनशन

गाज़ियाबाद। महामण्डलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि महाराज के लिए Z+ सुरक्षा की मांग को लेकर हरिद्वार से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आवास तक जा रहे यति संन्यासियों को दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर पर बलपूर्वक रोका गया। करीब 4 कंपनी लगायी गयी व तीन जिले के डीसीपी मय फोर्स के मौजूद रहेI यात्रा का नेतृत्व कर रहे स्वामी यति रामस्वरूपानंद जी महाराज का कहना है, कि हम सन्यासीयो के साथ दिल्ली पुलिस का बर्ताव अच्छा नहीं रहा। उन्होंने हमें सड़क से धक्का देकर किनारे कर दिया और कहा कि आप एक भी कदम दिल्ली में नहीं रख सकते । 

आज हमारे देश में ही हम सन्यासीयो को यात्रा के लिए परमिशन की आवश्यकता हो गयी है। देश में जो हिंदूवादी सरकार चल रही है ,वह भी हमारे गुरुजी यति नरसिंहानंद गिरि जी महाराज के खून पसीने पर सींची गयी है। लेकिन आज सरकार ने उन्हें ही मरने के लिए अकेला छोड़ दिया है।केंद्र सरकार अच्छी तरह समझ ले की अगर महामंडलेश्वर जी की हत्या हुई तो इसकी जिम्मेदार केंद्र सरकार होगी।

देर शाम निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती जी भी गाजीपुर बॉर्डर पहुँच कर यति सन्यासियो के समर्थन में उतर गई।

दूसरे पदयात्री यति रणसिन्हानंद जी महाराज ने कहा की महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज क़ो हलुआ ना समझे सरकार। अगर हमारे गुरु जी की हत्या होती है तो यह भारतवर्ष गृहयुद्ध की विभीषिका में फंस जायेगा जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से केंद्र सरकार की होगी।

इससे पहले दिल्ली पुलिस ने महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज क़ो मोतिबाग में हो रहे संत सम्मेलन में जाने से रोक दिया। दिल्ली पुलिस ने भरी फ़ोर्स लगा कर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी क़ो बॉर्डर पर रोक लिया परन्तु डेढ़ घंटे के संघर्ष के बाद उन्हें भंडारे और संत सम्मेलन में जाने की अनुमति मिली।

यति नरसिंहानंद गिरि महाराज जी की सुरक्षा को लेकर जा रहे सन्यासियों में डॉ यति निर्भयानंद गिरि, यति रणसिंहानंद गिरि, यति सत्यमित्रानंद गिरी, यति परमात्मानंद गिरी, यति रामस्वरूपनंद गिरि, अरुण त्यागी, बॉबी त्यागी, अनमोल शिंदे, आदि भक्तगण उपस्थित रहे।