काली चिकनी मिट्टी से बिना सांचे के बनायी गई श्री गणपति की मूर्ति लोगो को आकर्षित कर रही है

 मुरादनगर।  काली चिकनी मिट्टी से बिना सांचे के  बनायी गयी इको फ्रेंडली श्री गणपति की मूर्ति लोगो को आकर्षित कर रही है। 

विजय मंडी निवासी मनीष गोयल ने बताया कि वे पिछले 10 वर्षो से चिकनी मिट्टी से बिना किसी सांचे के भगवान श्री गणेश की प्रतिमा बना रहे हैं । इस बार धनुष बाण धारण किये श्री गणपति की प्रतिमा बनायी है। भगवान श्री गणेश विश्व से वैमनस्यता और आतंकवाद को दूर कर वसुधैव कुटुंबकम का संदेश दे रहे हैं। परिवार के सभी सदस्य पूरे उत्साह से सहयोग करते हैं। कलर व श्रृंगार करने के बाद मूर्ति अत्यन्त आकर्षक बन गयी। उन्होंने बताया कि एनजीटी के प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनाई मूर्तियों को जल प्रवाह करने पर लगाई पाबन्दी के बाद उन्हें मिट्टी से मूर्ति बनाने की प्रेरणा हुई।  वर्ष 2012 से वे निरंतर मिट्टी से प्रतिमा बना रहे है तथा गणेश चतुर्थी पर स्थापना करते है । प्लास्टर ऑफ पेरिस व केमिकल युक्त मूर्तियां पर्यावरण को हानि पहुंचाती हैं तथा बाद में मूर्ति के अवशेष  रह जाने से ईश्वर का अनादर भी होता है।

कला में उनकी आस्था है। अपने भावों को मूर्त रूप देने हेतु वे किसी प्रकार के सांचे का प्रयोग नही करते। मूर्ति को रंगों से सजाने के बाद ये सजीव प्रतीत होती है ।