सद्गुरु की कृपा से ही भगवान का साक्षात् दर्शन ह्रदय में किया जाता है -महात्मा प्रेमपरागानन्द

बनकिया/मैनपुरी।  अखिल भारतीय धार्मिक और सामाजिक संस्था मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान और पूज्य श्री सतपाल जी महाराज की प्रेरणा से ग्राम बनकिया में तीन दिवसीय महान सत्संग समारोह के दूसरे दिन धर्मनगरी अयोध्या से पधारे महात्मा प्रेमपरागानन्द जी ने अपने सत्संग प्रवचन में कहा कि चार राम है जगत में, तीन राम व्यवहार, चौथे आत्म राम है, तिनको करो विचार। महात्मा जी ने सभी धर्मग्रंथों के आधार पर भगवान के सभी अवतारों पर गहराई से प्रकाश डाला। संतो की कृपा हो जाएं तो भगवान का दर्शन होता है, अपने ह्रदय में भक्त भगवान का साक्षात् दर्शन करता है। ये जो संतो का समागम है वह दुर्लभ है। इस ज्ञान की अविरल धारा में आप सभी गोता लगा रहे है यह कलयुग के भक्तों का परम् सौभाग्य है। 

जिला मैनपुरी क्षेत्रीय प्रभारी महात्मा मालिनी बाई जी ने भक्त समूह को आध्यात्मिक जागरण करने हेतु प्रेरित किया और सद्गुरु महाराज जी के बताएं गए मार्ग पर चलने के बात कही। सभी भक्तों नें सदमार्ग पर चलने का संकल्प लिया। 

भक्त समुदाय को सम्बोधित करते हुए महात्मा उदय बाई जी ने कहा कि बिना विश्वास से भक्ति मार्ग में चलना सम्भव नहीं है। अपने अंदर भगवान का दर्शन के बाद ही विश्वास आएगा। आप लोग आत्मज्ञान(दीक्षा) लेकर अपने ह्रदय में भगवान का दर्शन करें और अपना जीवन सार्थक बनाएं।साध्वी जी ने कहा कि आप दो दिन से जो सत्संग श्रवण कर रहे वह ईश्वर की कृपा है। 

मंचासीन महात्मा मिथिलेश बाई जी ने कहा कि होली के पर्व को हमने बड़े धूमधाम से मनाया, उसका रंग अपने ऊपर हमने खूब चढ़ाने की कोसिस की, लेकिन वही दो दिन में उतर गया क्योंकि उसके असली रहस्य को हम नहीं समझते है। भक्त ध्रुव, भक्त प्रहलाद, मीराबाई जैसे अनेक भक्तों का उदाहरण देते हुए कहा कि भक्ति का रंग हम अपने जीवन में चढ़ाएंगे तभी जीवन में आनंद आएगा और हमारा जीवन सार्थक होगा। हम समय के सद्गुरु के सानिध्य में रहकर भक्ति का रंग चढ़ाए जो जन्म-जन्मातर तक कभी नहीं उतरता है। 

मंचासीन महात्मा प्रेमपरागानन्द जी, महात्मा मालिनी बाई जी, महात्मा उदय बाई जी और महात्मा मिथिलेश बाई जी सहित अन्य अतिथिगणों का स्वागत श्रीमती सरोज देवी(ग्राम प्रधान बनकिया), ग्राम प्रधानपति और संस्था के वरिष्ठ कार्यकर्ता अनिलेश कुमार, श्रीकृष्ण कुमार(मंडल प्रमुख, मानव सेवा दल), राजपूती बाला, सर्वेश कुमारी, सुशीला देवी, शशी देवी, जगपाल सिंह, प्रमोद शर्मा और सुरेशचंद सहित अनेक लोगों नें फूल-मालाओं से स्वागत किया। साथ ही दिल्ली से पधारे भजन गायक कलाकारों का भी फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। भजन गायक कलाकारों ने अपने सुमधुर भजनों से सबको खूब आनंदित किया और आसपास के सभी भक्तों ने सत्संग और हरि भजनों का पूरा लाभ उठाया। आरती-प्रसाद के साथ आज के कार्यक्रम को विश्राम किया गया। मंच संचालन धुरन्धर चौहान ने किया। कार्यक्रम प्रातः 11 बजे से प्रारम्भ  सायं 4 बजे और सायं 7 बजे से रात्रि 10 बजे रात्रि तक चला।