पावन चिंतन धारा आश्रम में मनाई कृष्ण जन्माष्टमी

गाज़ियाबाद। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी एक ऐसा जो उत्सव जो आश्रम सदा ही बड़े धूमधाम से, ख़ूब मस्ती करते हुए, बहुत सारी सीख के साथ एवं बड़े ही सार्थक तरीके से मनाता है और कल भी यह उत्सव आश्रम में कुछ इस तरह ही मनाया गया। कल के कार्यक्रम का शुभारंभ आश्रम में परमपूज्य डॉ. पवन सिन्हा 'गुरुजी' द्वारा डिज़ाइन किये गए नवनिर्मित मंच के पूजन से, फिर अतिथियों ने दीपदान कर कार्यक्रम को गति प्रदान की।

तत्पश्चात महाराष्ट्र के प्रसिद्ध गायक एवं आश्रम सदस्य डॉ. संजय अंदुरकर जी ने गणेश वंदना का गान किया। आश्रम के विद्यार्थियों द्वारा "मेरे कृष्ण" नामक एक विशेष प्रहसन की प्रस्तुति दी जिसने सभी भक्तजनों को कृष्णमय कर दिया, मानो स्वयं श्रीकृष्ण उपस्थित होकर भक्तों को दर्शन देकर जीवन दर्शन करा रहे हों। इस प्रस्तुति की पूर्ण रचना परमपूज्य श्रीगुरु जी ने स्वयं की, यहां तक कि साउंड सिस्टम व लाइट्स एफ्फेक्ट्स भी ख़ुद ही मैनेज किया। तदुपरांत आश्रम की सुरसाधक मंडली ने कृष्ण भजनों के माध्यम से पूरे वातावरण को और अधिक आनंदित कर दिया जहां गणमान्य अतिथियों सहित सभी ने जमकर नृत्य किया। साथ ही परमपूज्य श्रीगुरु जी ने आशीर्वचन देते हुए टी.वी. वाले श्रीकृष्ण को भूल श्रीकृष्ण जी के वास्तविक जीवन को जानने, समझने के लिए कहा एवं उनके आदर्शों व नैतिक मूल्यों को अपने आचरण में लाने की बात कही और अद्भुत भजन गाकर सभी को नचाया। फिर श्रीकृष्ण पूजन हुआ और सभी ने पंक्तिबद्ध तरीके से लला के दर्शन किये, माखन-मिश्री का प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर मोदीनगर की उपजिलाधिकारी माननीय श्रीमती शुभांगी शुक्ला जी, श्री अशोक गोयल, श्री अजय गुप्ता, श्री बॉबी त्यागी, श्री विकास पुंडीर, श्री देवेंद्र हितकारी, श्री विकास प्रताप मिश्रा आदि उपस्थित थे और इस आनंद महोत्सव में भाग लिया।