युवा अभ्युदय मिशन के सनातनी युवाओं ने धूम-धाम से मनाया सनातन नववर्ष

गाज़ियाबाद।  सनातन नववर्ष, संवत्सर 2079 और चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिवस को पावन चिंतन धारा आश्रम के युवा प्रकल्प, युवा अभ्युदय मिशन ने दिव्यता एवं हर्षोल्लास के साथ बहुत धूम-धाम से मनाया। 

पावन चिंतन धारा आश्रम भारतीय संस्कृति, सेवा, आध्यात्मिक उन्नति, बच्चों तथा युवाओं में संस्कार तथा गुण दोनों के विकास के लिए, सदैव कार्य करता है और इसी श्रृंखला में युवा अभ्युदय मिशन द्वारा द्वितीय 'भजन रत्न' प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें देश के सभी राज्यों से प्रतिभागियों ने ऑनलाइन ऑडिशन के माध्यम से प्रतिभागिता की। 255 से भी अधिक युवकों-युवतियों में से 12 फाइनलिस्ट का चयन किया गया। जिन्होंने आइ. टी. एस. कॉलेज, मोहन नगर के सभागार में माननीय निर्णायक मंडल डॉ. अरिंदम मुखोपाध्याय, डॉ. संजय अन्दुर्कर एवं सुश्री सुक्रति सेन जी के सम्मुख अपनी कला विस्तार को प्रस्तुत किया। 

कार्यक्रम के आरंभ में दीप प्रज्वलन के उपरांत वीर चक्र प्राप्त कर्नल टी. पी. त्यागी द्वारा राष्ट्र ध्वज पूजन, परमपूज्य डॉ. पवन सिन्हा 'गुरुजी' द्वारा धर्म ध्वज पूजन तथा आइ. टी. एस. कॉलेज के चेयरमैन डॉ. आर. पी. चड्ढा द्वारा कन्या पूजन किया गया। विशिष्ट अतिथियों माननीय सांसद, राज्य सभा डॉ. अनिल अग्रवाल, द्वारा भारत माँ, दुर्गा माँ व स्वामी विवेकानंद जी के समक्ष दीप प्रज्वलन किया गया।

इस अवसर पर खचाखच भरे सभागार में परमपूज्य डॉ. पवन सिन्हा 'गुरुजी' ने स्वरचित भजन को गाकर कार्यक्रम प्रारंभ किया। परमपूज्य श्रीगुरु जी ने सभी को सनातन नववर्ष की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं तथा युवाओं के इस जोश और सनातन संस्कृति की ओर रुझान की सराहना करते हुए कहा कि हम संकल्प करें की हम इस नवसंवत्सर में कुछ बड़ा व कुछ सार्थक करके दिखाएँ एवं अपने कर्म के साथ न्याय करें| उन्होनें कहा की बच्चों के formative years बहुत महत्वपूर्ण होते है और उन्ही में संस्कार रोपे जा सकते हैं| और आश्रम वह एकज ट्रेनिंग सेंटर है, जहाँ भजन पूजन भी होता है, तो ध्यान साधना भी होती है और शारीरिक, मानसिक, एवं आध्यात्मिक क्षमताओं का विकास होता है|

साथ ही सभी को सनातन नववर्ष की आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिकता को समझने और आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया। जिस प्रकार सनातन नववर्ष नई फ़सल, नए फ़ल–फ़ूल, नए रंग एवं चारों और हरियाली बिखेरता है, यह मनुष्य के जीवन में नयेपन एवं नए उमंग का द्योतक होता है।उसके पश्चात सभी प्रतिभागियों द्वारा एक-एक कर प्रस्तुति प्रारम्भ की गई।कार्यक्रम में लाइव प्रसारण के माध्यम से भी देशभर से हजारों लोग इस उत्सव में जुड़े रहें।