ध्यान और वैराग्य से ही भक्त का कल्याण संभव है- महात्मा भजनानंद जी

साहिबाबाद। स्थानीय श्री प्रेमपुरी आश्रम में मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वाधान में महाशिवरात्रि के पर्व पर महान सत्संग समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में सुविख्यात समाजसेवी एवं अध्यात्मिक गुरु श्री सतपाल जी महाराज  के आत्मानुभवी शिष्य  महात्मा भजनानंद जी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि ध्यान और वैराग्य से जी भक्तों का कल्याण संभव है ।उन्होंने कहा कि शिवरात्रि का पर्व परमात्मा से जुड़ने का संकेत देता है। 

महात्मा जी ने कहा कि साधु संतों के दरबार में भेदभाव नहीं होता कुआं किसी की जात नहीं पूछता ने किसी का धर्म पूछता है मैं किसी की उम्र पूछता है केवल उसका काम है पानी देना और प्यास को मिटाना ऐसे ही आत्मज्ञानी भी किसी व्यक्ति की जाति नहीं पूछते वह केवल व्यक्ति को आत्म ज्ञान से मानव के अंदर जो शक्ति है उसका ज्ञान करा देते हैं ।

आश्रम प्रभारी महात्मा जतनानंद जी ने कहा कि सच्ची निष्काम- सेवा, भक्ति गुरु महाराज जी के प्रति हम सभी की होनी चाहिए। गुरु महाराज जी के सामने हमेशा कोमल ह्रदय में रहें, कोई बड़ा अच्छा काम कर रहे हैं तो इसे उनकी कृपा दृष्टि समझे ,जो हम अच्छा काम सेवा कर रहे हैं, जिन भक्तों के हृदय में अहंकार , अभिमान आया उसी दिन से उस भक्त का पतन शुरू हो जाता है। इसलिए यह सब विकार कभी भी अपने हृदय  के अंदर न आने दें और गुरु महाराज जी की आज्ञा में चल कर अपने जीवन का कल्याण करने का प्रयास करना चाहिए।

समारोह में महात्मा कासानंद जी, महात्मा हरप्रसादानंद जी, महात्मा  संजीवनी बाईजी ,साध्वी सुमन बहन ने भी भजन व अपने विचारों द्वारा लोगों को भक्ति मार्ग की तरफ चलने के लिए प्रेरित किया ।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि  लोनी क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य ईश्वर मावी जी ने संत महात्माओं का माल्यार्पण कर स्वागत किया तथा संस्था के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर मुख्य अतिथि का स्वागत कर सम्मानित किया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य ने संस्था के द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की भूरी -भूरी प्रशंसा की।

समारोह में बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की जिसमें भगवान शिव ,माता पार्वती ,मां दुर्गा ,भगवान राम ,श्री कृष्ण की लीलाओं से उपस्थित श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया।प्रस्तुति में परी, भूमिका ,श्रेया, किरण, शिवांगी ,रागिनी ,प्रियंका ,काव्या, वर्षा ,यश ,हिमांशु ,शीतल, आरती, जय ,गौरी ,शिवानी आदि थे। रंगारंग कार्यक्रम की तैयारी में शारदा सेन , सुमित कुमारी  व शारदा आदि थे।

अमर रंगीला ,धुरंधर चौहान ,शिवानी ने भजन गायन की प्रस्तुति दी।

संत महात्माओं का माल्यार्पण करने वालों में मुख्य रूप से वरिष्ठ समाजसेवी मनमोहन मित्तल, लाला ताराचंद ,बजरंगी गुप्ता ,अशोक वर्मा ,राकेश, नरपत सिंह, रामकिशन, मदन सिंह, राजवीर शर्मा, मोहित कसाना, पुनीत,चेनपाल,  शिक्षा देवी ,पुष्पा देवी ,शारदा देवी ,उत्तम अग्रवाल, यशोदा ,राजवती देवी ,मुन्नी देवी, विमला देवी ,रजनी देवी ,आदि थे। मंच संचालन दयानंद शर्मा ने किया। कार्यक्रम पश्चात  भंडारा का आयोजन किया गया।