जो पार्टी करेगी शिक्षा के व्यापार पर चोट उसे ही मिलेगाअभिभावको का वोट

 ग़ाज़ियाबाद। जीपीए ने उत्तर प्रदेश के अभिभावको की आवाज को बुलंद करते हुये प्रदेश सरकार को सन्देश दिया है कि जो भी पार्टी 2022 के चुनाव में शिक्षा के व्यवसाईकरण पर रोक ,निजी स्कूलों की लूट पर लगाम एवम प्रदेश के सरकारी स्कूलों को विश्वस्तरीय बनाने का दृढ़ संकल्प दिखलाएगी उस पार्टी को ही प्रदेश के अभिभावक वोट देंगे। प्रदेश के अभिभावक  कोरोना काल मे निजी स्कूलों द्वारा की गई लूट पर चुप्पी और शिक्षा के व्यवसाईकरण पर रोक लगाने में नाकाम रही प्रदेश सरकार के रवैये से नाखुश है जीपीए की अध्य्क्ष सीमा त्यागी ने कहा कि  जहाँ प्रदेश सरकार ने पेटेंट्स की कोरोना काल मे ऑन लाइन क्लास की फीस निर्धारण करने की मांग को दर किनार किया। वही प्रदेश के निजी स्कूलों को खुलकर सरक्षंण देकर जता दिया कि प्रदेश के अभिभावको से ज्यादा उन्हें निजी स्कूल मालिको की चिंता है। प्रदेश सरकार द्वारा अभिभावको के सभी प्रयास को नजरअंदाज किया गया चाहे वो 9 दिन तक चली ऐतिहासिक भूख हड़ताल , ट्विटर अभियान , थाली बजाओ सरकार जगाओ कार्यक्रम , हजारो ज्ञापन , प्रोटेस्ट अथवा अनेको आंदोलन जो सड़क पर एवम जिलाधिकारी कार्यलय पर किये गए हो जीपीए की अध्य्क्ष ने कहा कि आगर शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाना है तो प्रदेश के अभिभावको को एक जुट होकर अपनी वोट की ताकत को राजनैतिक पार्टियों को दिखाना होगा और राजनैतिक पार्टियों को 2022 के चुनावी मानेफास्टो में शिक्षा के मुद्दे को शामिल कर इस पर गंभीरता से कार्य करने के लिए विवश करना होगा।