गाजियाबाद। देश की प्रख्यात लेखिका मन्नू भंडारी के निधन पर प्रमुख साहित्य संस्था 'मीडिया 360 लिट्रेरी फाउंडेशन' सहित शहर के साहित्य जगत ने शोक प्रकट किया है। फाउंडेशन के राज नगर स्थित कार्यालय पर संस्था के संस्थापक सुभाष चंदर और सचिव आलोक यात्री ने एक साझा बयान में कहा कि मंन्नु भंडारी ने कहानी और उपन्यास में समान रूप से कलम चलाई। वह आधुनिक कथाकारों की अग्रणी पंक्ति में शामिल रहीं। लंबे समय से रुग्ण चल रहे साहित्यकार से. रा. यात्री ने उनके निधन को हिंदी साहित्य की अपूर्णीय क्षति बताया। लंबी साहित्यिक यात्रा के संस्मरणों को याद करते हुए श्री यात्री ने कहा कि राजेंद्र यादव के साथ लिखा गया उनका उपन्यास ‘एक इंच मुस्कान’ शिक्षित, आधुनिकता पसंद लोगों और अभिजात्य वर्ग की दुखभरी प्रेमगाथा है। उन्होंने कहा कि विवाह के टूटने की त्रासदी झेल रहे बच्चे को केंद्र में रख कर लिखा गया उपन्यास ‘आपका बंटी’ हिंदी के सफलतम उपन्यासों की कतार में शामिल है।
साहित्यकार रिंकल शर्मा ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि आम आदमी की पीड़ा और दर्द की गहराई की पराकाष्ठा उकेरने वाला उपन्यास ‘महाभोज’ पर आधारित नाटक भी उनकी कालजयी रचनाओं में शामिल हैं। संस्था के अध्यक्ष शिवराज सिंह ने अपने शोक संदेश में कहा कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ‘यही सच है’ कृति पर आधारित फिल्म ‘रजनीगंधा’ ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाने के साथ युवा वर्ग में काफी लोकप्रिय रही थी। उनके निधन पर कमलेश भट्ट 'कमल', डॉ. पूनम सिंह, डॉ. बीना शर्मा, डॉ. नवीन लोहनी, वागीश शर्मा, योगेन्द्र दत्त शर्मा, गोविंद गुलशन, विपिन जैन, रवि पाराशर, दीपाली जैन 'ज़िया', सुभाष अखिल, सुशील शर्मा, पराग कौशिक, अभिषेक कौशिक, रंगकर्मी अक्षयवरनाथ श्रीवास्तव सहित कई लोगों ने संवेदना प्रकट की।