गाजियाबाद। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में रिलायबल इस्टीट्यूट, मोरटा के प्रांगण में एक वृहद सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि- श्रीमती माया गोयल-प्रमुख संरक्षिका रिलायबल प्रबन्ध कार्यकारिणी थीं। इस अवसर पर रिलायबल इस्टीट्यूट की प्रबन्ध कार्यकारिणी के चेयरमेन-श्री सुरेशचन्द्र गोयल, अध्यक्ष- सीए0 जितेन्द्र गोयल, रिलायबल सोसाइटी के अध्यक्ष-सीए0 अनुज गोयल, वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य- श्रीमती अलका गोयल, संस्थान की निदेशिका- श्रीमती पूनम गोयल, सभी संकायों के विभागाध्यक्ष, फैकल्टी मैम्बर्स तथा बडी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे। सेमिनार में महिला सशक्तिकरण के लिए जिला गाजियाबाद में वृहद स्तर पर मुहिम चलाने वाले प्रमुख गैर सरकारी संगठनों नें भी हिस्सा लिया आस-पास के शिक्षण संस्थानों के प्रमुख, शिक्षण-गण तथा शहर के अनेक गणमान्य नागरिक भी उपास्थित थे। सेमिनार का शुभारम्भ कार्यक्रम की मुख्य अतिथि- श्रीमती माया गोयल द्वारा माॅ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन तथा माल्यार्पण से किया गया। संस्थान के विद्यार्थियों द्वारा इस अवसर पर माॅ सरस्वती की सस्वर वंदना भी प्रस्तुत की गई। तदुपरान्त संस्थान के अध्यक्ष - सीए0 अनुज गोयल ने सेमिनार की मुख्य रूप रेखा तथा प्रमुख वक्ताओं तथा अमान्त्रित विशेषज्ञों का परिचय प्रस्तुत किया और सभी का अभिनन्दन किया। विभिन्न वक्ताओं द्वारा देश-विदेश में महिला सशाक्तिकरण के लिए किए गये अविरल प्रयासों और उनके परिणमों के संदर्भ में सारगर्भित तरीके से प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि-श्रीमती माया गोयल ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि यह विशेष दिन अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रही महिलाओं का सम्मान करने और उनकी उपलब्धि के उत्सव के मनाने का दिन है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं में अपरमित शाक्तियों और क्षमताएं मौजद हैं तभी व्यावहारिक जगत में उन्होंने सभी क्षेत्रों में अनेक कीर्तिमान स्थापित किए है। इस अवसर पर मुख्य अतिथियो ने बालते हुए माननीय संवेदना, करूणा व वात्सल्य जैसे भावों से परिपूर्ण अनेक महिलाओं ने युग निर्माण में अपना योगदान दिया है। विभिन्न क्षेत्रों में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुकी अनेक भारतीय महिलाओं के उदाहरण प्रस्तुत करते हुए उन्होंने 21वीं सदी को महिलाओं की सदी भी कहा। इसी क्रम में अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए श्रीमती पूनम गोयल ने पी.टी.उषा., मैरीकाॅम, सायना नेहवाल, सानिया मिर्जा, वछेन्द्री पाल आदि के उदाहरण देते हुए महिलाओं के लिए अछूते माने जाने वाले खेल जगत में अपना और देश की महिलाओं का नाम रोशन करने के लिए सभी देशवाशियों की ओर से अपनी शुभकामनाएं अर्पित कीं। संस्थान की निदेशिका श्रीमती पूनम गोयल ने अपने सम्बोधन में उन्होने जोर देकर कहा कि नई सदी की महिलाओं के पास कामयावी के उच्चतम शिखर को छूने की अपार क्षमता है और उनके पास अनगिनत अवसर भी हैं। अपनी दृण़ इच्छा शक्ति एवम् शिक्षा ने महिलाओं के मन को उच्च आंकाक्षाएं, सपनों के सप्त रंग एवम् अपने अन्तर्मन को खोलने की नई राहें दी हैं। अन्य सभी वक्ताओं ने भी महिला सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर अपने मर्मस्पर्शी उदाहरणों से इस महत्वपूर्ण विषय पर सोचने को मजबूर कर दिया। संस्थान द्वारा इस अवसर विधार्थियो के लिए प्रतियोगिता का भी आयोजन किया निर्णायक मंडल में संस्थान की निदेशिका पूनम गोयल, रजिस्ट्रार श्री दर्शनवीर शर्मा एव डा॰ शिखा श्रीवास्तव ने प्रथम स्थान पर जिज्ञासा, द्वितीय स्थान पर ईशा राठी एव तृतीय स्थान पर मानसी शर्मा रही, पाने वाले छात्र छात्राओ को प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किये एव उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस कार्यक्रम का संचालन श्रीमती मेनका विश्वाल, श्रीती नेहा बन्सल डा॰ श्रीमती कान्ता शर्मा व कु0 रेशु त्यागी ने किया, इस अवसर पर श्रीमती मेनका विश्वाल ने प्रवन्धन समिति का आभार प्रकार किया एव कार्यक्रम में पधारे सभी आगन्तुको को भी धन्यवाद ज्ञापित किया। राष्ट्रगान के उपरान्त कार्यक्रम का समापन किया गया।