गाजियाबाद के डीएम ने अपने ही कार्यालय की बिजली कटवा कर किया अंधेरे में कार्य

गाजियाबाद। बुधवार को जिलाधिकारी ने न केवल अपने कार्यालय में एक घंटे तक बिजली के बिना काम किया, बल्कि पूरे एक घंटे तक कलेक्ट्रेट परिसर की बिजली भी कटवा दी। असल में जिलाधिकारी ने यह सब एक अभियान के तहत किया। जिले के विभिन्न विभागों में औचक निरीक्षण कर रहे जिलाधिकारी अजय पांडेय जहां भी कमी पाते हैं उसे न केवल दुरुस्त करते हैं बल्कि संबंधित विभागों के अधिकारियों को प्रायश्चित करने को भी कहते हैं। जाते समय में बिजली की बचत को लेकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने संबंधित विभागों को साफ-साफ कह रखा है कि कोई बिजली को बेवजह खर्च न करे। यह नियम उन्होंने अपने कार्यालय पर भी लागू कर रखा है। गुरुवार को जिलाधिकारी जब अपने कार्यालय में पहुंचे तो सारे पंखे और (A/C) एसी चल रहे थे। कई अन्य कार्यालयों का भी यही हाल था। जिलाधिकारी ने वहां मौजूद आफिस अटेंडेंट से पूछा तो उसने कहा कि 15 मिनट पहले ही पंखे और एसी चलाए हैं। बस फिर क्या, जिलाधिकारी कार्यालय का मुखिया होने के नाते उन्होंने सबसे पहले अपने कार्यालय के सभी बिजली पंखे बंद कराए और उसके बाद पूरे कलेक्ट्रेट परिसर की लाइट बंद करा दी। उन्होंने लगभग एक घंटे तक गर्मी में बैठकर फरियादियों की शिकायतें सुनीं। इस दौरान वहां आने वाले फरियादी एक ओर जहां उनकी सख्ती की सराहना कर रहे थे, वहीं, डीएम के अनोखे प्रायश्चित की चर्चा भी। यह पहला मामला नहीं है कि इससे पहले अजय शंकर पांडेय कलेक्ट्रेट परिसर में पानी की बर्बादी को लेकर अपने ऊपर ही एक हजार रुपये का जुर्माना लगा चुके हैं।