'आत्मानिर्भर भारत' देशवासियों का मंत्र बन गया है - पीएम मोदी

नई दिल्ली। भारत के 74 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई व् शुभकामनाएं देकर दिल्ली में लाल किले के प्राचिर से देश को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च है। इस संकल्प के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं, देश क्या कर सकता है, ये लद्दाख में दुनिया ने देखा है।पीएम मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि आज देश अनेक नए कदम उठा रहा है। इसलिए आप देखिए स्पेस सेक्टर को खुला कर दिया। देश के युवाओं को अवसर मिल रहा है। हमने कृषि क्षेत्र को बंधनों से मुक्त कर दिया। हमने आत्मनिर्भर भारत बनाने का प्रयास किया है। सिर्फ कुछ महीना पहले तक N-95 मास्क, PPE किट, वेंटिलेटर ये सब हम विदेशों से मंगाते थे। आज इन सभी में भारत, न सिर्फ अपनी जरूरतें खुद पूरी कर रहा है, बल्कि दूसरे देशों की मदद के लिए भी आगे आया है।


-आत्मनिर्भर भारत देशवासियों का मंत्र बन गया है


पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि आत्मनिर्भर भारत देशवासियों का मंत्र बन गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस,  कोविड-19 महामारी के दौरान 130 करोड़ भारतीयों ने आत्मनिर्भर होने का संकल्प लिया है। पूरे देश के दिमाग में 'आत्मानिर्भर भारत' है। यह सपना एक प्रतिज्ञा में बदल रहा है। आज 130 करोड़ भारतीयों के लिए आत्मनिर्भर भारत 'मंत्र' बन गया है। मुझे पूरा विश्वास है कि भारत इस सपने को साकार करेगा। मुझे अपने साथी भारतीयों की क्षमता और आत्मविश्वास पर भरोसा है। एक बार जब हम कुछ करने का निर्णय लेते हैं, तब तक हम आराम नहीं करते हैं जब तक कि हम उस लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर लेते।पीएम मोदी ने संबोधन के दौरान कहा कि आजादी का पर्व हमारे लिए आजादी के वीरों को याद करके नए संकल्पों की ऊर्जा का एक अवसर होता है। ये हमारे लिए नई उमंग, उत्साह और प्रेरणा लेकर आता है।अगला आजादी का पर्व जब हम मनाएंगे, तो आजादी के 75 वें वर्ष में प्रवेश करेंगे। तो ये हमारे लिए बहुत बड़ा अवसर है। गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था, जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण-अर्पण नहीं हुआ हो। एक प्रकार से जवानी जेलों में खपा दी। ऐसे वीरों को हम नमन करते हैं।


-कोरोना वॉरियर्स को भी मैं आज नमन करता हूं


इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस के इस असाधारण समय में, सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ,अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, अनेको लोग, चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं। ऐसे सभी कोरोना वॉरियर्स को भी मैं आज नमन करता हूं। हम एक अलग समय से गुजर रहे हैं। मैं आज (लाल किले पर) मेरे सामने छोटे बच्चों को नहीं देख सकता। कोरोना ने सभी को रोक दिया है।