रावण की विस्तारवाद की नीति का हश्र बताने के लिए सतपाल महाराज भेजेंगे शी जिनपिंग को रामायण

उत्तराखण्ड।गलवन घाटी प्रकरण के बाद चीन के खिलाफ मुखर हुए राज्य के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज अब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को रामायण भेजेंगे। महाराज ने कहा कि रामायण के जरिये वह चीन को संदेश देंगे कि दशानन रावण ने विस्तारवादी रवैया अपनाया तो उसका हश्र क्या हुआ। उन्होंने कहा कि विस्तारवादी व्यक्ति अथवा देश कभी पनपते नहीं हैं। इतिहास इसका गवाह है।


कैबिनेट मंत्री महाराज ने कहा कि भारत की कभी भी विस्तारवादी नीति नहीं रही। बांग्लादेश इसका उदाहरण है। भूमि जीतने के बावजूद भारत ने उसे छोड़ दिया और बांग्लादेश बनाया। उन्होंने कहा कि चीन का रवैया विस्तारवादी है। तिब्बत को वह ले चुका है। साथ ही सवाल उठाया कि इतना सब लेकर चीन क्या करेगा। उन्होंने कहा कि इसी दृष्टिकोण से वह चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को रामायण भेज रहे हैं, ताकि उन्हें पता चल सके कि विस्तारवादी रावण का क्या हश्र हुआ।


कैबिनेट मंत्री महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लेह-लद्दाख दौरे को उनकी मजबूत इच्छाशक्ति का परिचायक बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के सीमा पर जाने और सैनिकों को संबोधित किए जाने का ही परिणाम है कि चीन के प्रवक्ता को कहना पड़ा कि वह सद्भाव चाहता है।