हिंडन मोक्ष स्थली पर चल रही गतिविधियों को बदनाम करने के लिए अफवाह फ़ैलाने का आरोप

गाज़ियाबाद।  रामचंद्र सीता देवी हरनंदी सेवा संस्था ने भाजपा पार्षद हिमांशु मित्तल पर हिंडन मोक्ष स्थली पर चल रही। गतिविधियों को बदनाम करने के लिए अफवाह फ़ैलाने का आरोप लगाया है। संस्था के कानूनी सलाहकार रजनीकांत राजू ने कहा है कि प्राचीन काल से ही हिंडन नदी के तट पर शवो का अंतिम संस्कार होता आ रहा है। अंतिम संस्कार का कार्य कई पीढ़ियों से आचार्य रामचंद्र पुत्र आचार्य दीवान चंद्र और उनका परिवार करता चला आ रहा है। वर्तमान में ये कार्य उनके प्रपौत्र आचार्य मनीष शर्मा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्हें कोई सरकारी सहायता नहीं मिल रही है। अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी की व्यवस्था भी आचार्य मनीष ही करते हैं।लोक डाउन के दौरान परिवहन बंद हो जाने की वजह से लकड़ी की कीमत बढ गई थी। इसलिए 900 रुपए कुंटल बेची जा रही थी। लकड़ी की खरीद में बिक्री की रसीद भी दी जाती है इसमें किसी प्रकार की कोई अनियमितता नहीं होती है लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के लिए मुफ्त में लकड़ी दी जाती हैं लेकिन भाजपा पार्षद हिमांशु मित्तल ने इसी को मुद्दा बनाकर श्मशान घाट पर लकड़ी को लेकर लोगों को लूटने का आरोप लगा दिया। नगर निगम श्मशान घाट पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की है नगर निगम क्षेत्र में पांच श्मशान घाट है। लेकिन वहां इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं है। इसलिए अधिकांश लोगों को अंतिम संस्कार के लिए हिंडन मोक्ष धाम ही पहुंचते हैं। श्मशान घाट पर रात्रि 6:00 बजे के पश्चात अंतिम संस्कार की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा कि लोक डाउन के दौरान हिमांशु मित्तल ने शव का संस्कार शाम 6:00 बजे के बाद करने का दबाव डाला था मना करने पर उन्होंने लकड़ी का मुद्दा बनाकर लूट का आरोप लगा दिया। एडवोकेट रजनीकांत राजू ने यह भी कहा कि शमशान घाट पर निर्मित मंदिर व अन्य जन सेवा के लिए कराए गए निर्माण को ध्वस्त कराना चाहते पार्षद  हिमांशु मित्तल । 



ज्ञात हो की शमशान घाट हिंडन पर प्राचीन काल से ही कई मंदिर निर्मित है। जिनका समय समय पर सामाजिक संस्थाओं द्वारा जीर्णोद्धार कराया जाता रहा है और सिंचाई विभाग व नगर निगम गाजियाबाद द्वारा घाटों का निर्माण कराया जाता है, जो भी भवन निर्मित हैं, पूर्व से ही निर्धारित स्थानों पर  निर्मित हैं। अवैध निर्माण अथवा अतिक्रमण आचार्य मनीष शर्मा अथवा अन्य किसी भी प्रतिनिधि द्वारा नहीं किया गया है। हिमांशु मित्तल द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद व्यक्तिगत रंजिश से लगाए गए हैं।