हनुमान जी की कृपा के बिना श्री राम की भक्ति सम्भव नही- कथा व्यास अरविन्द ओझा जी

गाजियाबाद।  सेक्टर-23, संजय नगर स्थित एल ब्लॉक के 'जय बाला जी मंदिर' में 26 जून को हनुमत कथा प्रारम्भ हुई। कथा से पूर्व संकीर्तन करते हुए कलश यात्रा निकली गयी, जो कथा स्थल से प्रारम्भ होकर विभिन्न मार्गो से होते हुए कथा स्थल पर समाप्त हुई। कलश यात्रा पताका यात्रा में बड़ी संख्या में माता बहनें उपस्थित हुई कथा व्यास अरविन्द भाई ओझा ने हनुमत कथा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हनुमान जी भगवान शिव के अंश है इसलिए हनुमान जी जिस पर कृपा करते है वही श्री राम की भक्ति प्राप्त कर सकता है। आगे बोलते हुए उन्होंने कहा की, हमे जीवन में भावना को बढ़ाना चाहिए। मनुष्य के जीवन में भावना जगने से मानवता जगती है और भावना समाप्त होने से मानव दानव बन जाता है।

हनुमान जी के जीवन के तप के कारण उनकी कथा अमृत कथा हो गयी और भगवन श्री राम स्वयं हनुमान जी की कथा को सुनते है।किसी भी व्यक्ति को जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए उसके जीवन में उत्साह और द्रढ़ इक्छाशक्ति होनी चाहिए और दोनों हमे हनुमान जी के जीवन में दिखाई देती है इसलिए हमे हनुमान जी का अनुसरण करना चाहिए। हर व्यक्ति में सुमुति व कुमुति (अच्छाई व बुराई) दोनों होती है पर उसके जीवन में  क्या बढ़े ये उसके विवेक पर निर्भर करता है। हनुमान जी की भक्ति करने से हमारा विवेक जाग्रत होता है जीवन में अच्छाईयां बढने लगती है।

 मानस में भगवान शंकर ने पार्वती जी से कहा है जो सेवा और प्रेम करते है भगवान उनकी प्रशंसा स्वम अपने मुख से करते है इसलिए समाज में 19 से 48 वर्ष की आयु के लोगो को अपने परिवार, समाज, धर्म व राष्ट्र की सेवा भगवान की सेवा मानकर करनी चाहिए। आज कथा में मुख्य यजमान श्री सुरेश जी अनवरपुर, उमेश नागर पार्षद, राजकुमार राजू पार्षद पति, देशबन्धु गुप्ता जी के द्वारा व्यास जी का पूजन किया गया। कथा में भानू प्रताप शिशोदिया, आनन्द आर्य , राजीव धीर ,सुनील तिवारी, प्रमेंद्र त्रिपाठी, विजय कोरी, रणवीर जी, प्रदीप गर्ग, रामवीर जी, विनय सिंघल एवं समस्त आयोजन समिति के सदस्य उपस्थित थे।