भारत की अखण्डता और अश्मिता का प्रतीक है रामचरितमानस - सुनील कौशल महाराज

गाज़ियाबाद। रामलीला मैदान राजनगर एक्सटेंशन में आयोजित भव्य एवं विशाल संगीतमय श्री राम कथा के अंतिम दिन आयोजित भजन संध्या में  विख्यात भजन गायिका दीदी लुभानी बृजवासी के भजनों पर उपस्थित भक्तजन भक्ति के रंग मे सराबोर नजर आए । देर रात तक चली भजन संध्या में दीदी लुभानी बृजवासी की एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुति श्रोताओं को असीमानंद की प्राप्ति करवाने वाली सिद्ध हुई।

 इससे पूर्व श्रीराम कथा के अंतिम दिवस कथा व्यास सुनील कौशल जी महाराज ने कहा की श्रीराम कथा कभी समाप्त नहीं होती अपितु यह तो निरंतर बहने वाली अविरल धारा है। राम को मर्यादापुरुषोत्तम कहा गया है जो की पग पग पर मर्यादा का पालन करते है। राम का व्यक्तित्व इतना व्यापक है की वे शत्रुओं के साथ भी मर्यादित व्यवहार करते है। क्षमाशीलता और उदारता श्रीराम के चरित्र की महान विशेषता है। 

अखण्ड भारत मिशन पंजी के द्वारा आयोजित श्री राम कथा में आयोजन समिति के संस्थापक अध्यक्ष अश्वनी शर्मा एवं महामंत्री दर्शन अग्रवाल ने आगंतुकों का स्वागत किया जबकि संचालन कार्यक्रम के मुख्य संयोजक राष्ट्रीय कवि वैभव शर्मा ने किया। 

श्री राम कथा के अंतिम दिवस तिरुपति महादेव मंदिर छपरौला के अधिपति पंडित अजय शर्मा जी बृजवासी,  रुड़की से पधारे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक प्रवीण गर्ग , दुर्गा वाशिंग पाउडर के चेयरमैन प्रेम चंद गुप्ता, रिवर हाइट्स सोसाइटी के अध्यक्ष सुबोध त्यागी, संदीप शर्मा, नीतू सिंह, श्रीजी एकेडमी गाजियाबाद के निदेशक कुलदीप बरतरिया,  अजीत होम एप्लायंस के एमडी अजीत श्रीवास्तव , कवयित्री गार्गी कौशिक, मनवाधिकार कार्यकर्ता विनोद सक्सेना, उत्तम शर्मा, मनोज शर्मा,  हर्ष सक्सेना, रंगनाथ अग्रवाल, मंजू अग्रवाल, संजय त्यागी , नीतू सिंह, विनोद उपाध्याय, सीमा गोयल, मुकेश गोयल, सुनील गर्ग ,गीता गर्ग, बी के शर्मा , रोहिणी सेठ,  दीपा सिरोही, निखिल त्यागी, सुनील वार्ष्णेय, प्रिया राठी, गौरव विश्नोई, संजय तरिका, मोना कतियाल, मिनाक्षी खन्ना, शुभम गर्ग, गौरव अग्रवाल, संजय तरिका, कल्पना दुबे, संतोष पुरोहित , मीत तरीका (विहिप विद्यार्थी प्रमुख- प्रखंड) रेनू सिंघल, चन्द्रमोहन शर्मा, श्याम सुंदर,रामकुमार उपाध्याय, प्राची मिश्रा, भावना यादव, रेणु तोमर, सरिता गर्ग, बी एल गुप्ता, मुकेश गौड़ आदि सहित सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने श्रीराम कथा का श्रवण किया।