श्रीराम नही अपितु जनक जी की बेटियाँ है रामराज्य का वास्तविक आधार - सुनील कौशल महाराज

गाज़ियाबाद। रामलीला मैदान राजनगर एक्सटेंशन में आयोजित भव्य एवं विशाल संगीतमय श्री राम कथा के सातवें दिवस विख्यात कथा वाचक सुनील कौशल जी महाराज ने कहा परिवार में बेटे का जन्म होना भाग्य की बात है किन्तु बेटी का जन्म होना परम सौभाग्य का विषय है। धन्य हैं वें माता पिता जिनके घर बेटी का जन्म होता है। राम राज्य का आधार दशरथ के बेटे नही अपितु जनक जी की बेटियां हैं। सीता, उर्मिला, मांडवी, श्रुतकिर्ति ने अपने त्याग और बलिदान से रामराज्य को स्थायित्व एवं अक्षुण्णता प्रदान करने का कार्य किया। सामाजिक समरसता पर बल देते हुए सुनील कौशल जी महाराज ने कहा की राम ने अपने पूरे जीवन में सामाजिक समरसता पर अत्यधिक बल दिया। रामराज्य में समाज के अंतिम पायदान पर खड़ा व्यक्ति भी न्याय का अधिकारी है।

अखण्ड भारत मिशन पंजी के द्वारा आयोजित श्री राम कथा में आयोजन समिति के संस्थापक अध्यक्ष अश्वनी शर्मा एवं महामंत्री दर्शन अग्रवाल ने आगंतुकों का स्वागत किया जबकि संचालन कार्यक्रम के मुख्य संयोजक राष्ट्रीय कवि वैभव शर्मा ने किया।

श्री राम कथा के सातवें दिवस रुड़की से पधारे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक प्रवीण गर्ग ने कहा की राम कथा का श्रवण मनुष्य के जीवन में निर्मलता और सात्विकता लाती है। जीव को चाहिए की पाप कर्मों से विमुख रहकर अपने जीवन मे रामत्व को स्थापित करे। श्रीरामकथा मंच पर राम नाम लिखने वाले वीरेंद्र तिवारी एवं नेहा गर्ग को स्वर्ण पदक एवं ताम्र पदक से श्री सीताराम नाम बैंक गाजियाबाद द्वारा सम्मानित किया गया, श्री सीताराम नाम बैंक से ओम प्रकाश लखोटिया उपस्थित रहे, प्रसिद्ध वरिष्ठ वकील अशोक शर्मा, रंगनाथ अग्रवाल, मंजू अग्रवाल, कैलाश गोयल, सीमा गोयल, मुकेश गोयल, सुनील गर्ग ,गीता गर्ग, बी के शर्मा , रोहिणी सेठ,  दीपा सिरोही, निखिल त्यागी, सुनील वार्ष्णेय,प्रिया राठी,गौरव विश्नोई, संजय तरिका, मिनाक्षी खन्ना, शुभम गर्ग, कल्पना दुबे, संतोष पुरोहित , प्रहलाद शर्मा, डी के शर्मा आदि सहित सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने श्रीराम कथा का श्रवण किया।