संपत्ति नहीं विपत्ति बांटते हैं रामायण के भाई - सुनील कौशल महाराज

गाज़ियाबाद। रामलीला मैदान राजनगर एक्सटेंशन में आयोजित भव्य एवं विशाल संगीतमय श्री राम कथा के पाँचवे दिवस विख्यात कथा वाचक सुनील कौशल जी महाराज ने कहा की हमारी पारिवारिक व्यवस्था विश्व मे सबसे श्रेष्ठ है। हमारे यहाँ बड़ा भाई पिता समान होता है,जबकि माता पिता जीवित तीर्थ है। रामायण के भाई आपस मे संपत्ति का नहीं अपितु विपत्ति का बंटवारा करते है। श्रीराम कथा मनुष्य को समस्त पापो से मुक्त करा के मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करती है। राम ही नही अपितु रामायण का प्रत्येक पात्र अपने भीतर कोई न कोई गुण समाहित किए हुए हैं। 

अखण्ड भारत मिशन पंजी के द्वारा आयोजित श्री राम कथा में आयोजन समिति के अध्यक्ष अश्वनी शर्मा एवं महामंत्री दर्शन अग्रवाल ने आगंतुकों का स्वागत किया जबकि संचालन कार्यक्रम के मुख्य संयोजक राष्ट्रीय कवि वैभव शर्मा ने किया। 

श्री राम कथा के पाँचवे दिवस हापुड़ से पधारे  राष्ट्रीय चेतना के ओजस्वी स्वर, राष्ट्रीय कवि डाक्टर अनिल वाजपेयी की ओजपूर्ण कविताओं ने श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया।  रंगनाथ अग्रवाल, मंजू अग्रवाल, सीमा गोयल, मुकेश गोयल, सुनील गर्ग ,गीता गर्ग, बी के शर्मा , कैलाश गोयल, रोहिणी सेठ,  दीपा सिरोही, निखिल त्यागी, सुनील वार्ष्णेय,प्रिया राठी,गौरव विश्नोई, संजय तरिका, शुभम गर्ग, कल्पना दुबे, संतोष पुरोहित , प्रहलाद शर्मा, डी के शर्मा आदि सहित सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने श्रीराम कथा का श्रवण किया।