महाकाली पीठ मंदिर में इकतालीस दिवसीय महायज्ञ का पूर्णाहुति के साथ समापन

मुरादनगर। महाकाली पीठ हनुमत धाम में पिछले 41 दिनों से चल रहा माँ बगलामुखी व महादेव महायज्ञ सोमवार को पूर्णाहुति के साथ संपन्न हो गया। महायज्ञ में हजारों लोगों ने भाग लेकर माँ और महादेव से सनातन धर्म की रक्षा की प्रार्थना की। 

इस अवसर पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने बताया कि माँ बगलामुखी व महादेव का यह महायज्ञ कल्प वृक्ष के समान है। यज्ञ सभी सात्विक मनोकामनाओ की पूर्ति करने में सक्षम है। सनातन धर्म मे माँ बगलामुखी को श्री, विजय और सद्बुद्धि की देवी माना जाता है। महादेव के साथ इनकी साधना से मनुष्य अपने हर तरह के शत्रुओं को पराजित करने योग्य बनता है और सद्बुद्धि, ऐश्वर्य,शक्ति और दीर्घायु सहित विजय को प्राप्त करता है। भगवान परशुराम इस पृथ्वी पर पहले साधक थे जिन्होंने माँ बगलामुखी और महादेव की साधना करके अलौकिक शक्तियां प्राप्त की। उन्होंने कहा कि आज सनातन धर्म जिस तरह के संकट का सामना कर रहा है, उसको आध्यात्मिक ऊर्जा के बिना समाप्त नहीं किया जा सकेगा।

महामंडलेश्वर स्वामी भैयादास महाराज ने कहा कि हमे व्यक्तिगत, जातिगत, संस्थागत, दलगत तथा राजनैतिक स्वार्थों और मतभेदों को भुलाकर एकजुट होकर तथा महायज्ञ अभियान में सम्मिलित होना चाहिये। सनातन धर्म की रक्षा से ही मानवता की रक्षा होगी और मानवता की रक्षा से ही हम सबका अस्तित्व बचेगा। उन्होंने सभी से इस महान अभियान में तन, मन और धन से सहयोग करने का आह्वान किया।

महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज व सनोज शास्त्री ने पूर्णाहुति सम्पन्न करवाई, तत्पश्चात भंडारे का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर डॉ उदिता त्यागी, संजीव त्यागी, सत्यपाल चौधरी, डॉ सत्या त्यागी, डॉ केशव त्यागी, अरविंद भारतीय, मंडल अध्यक्ष नितिन गोयल, मोहित त्यागी, लोकेश जाटव, ललित गोयल, सलोनी त्यागी, रचना त्यागी, सोनिया त्यागी, गीता चौधरी, शालिनी शर्मा, भूषण त्यागी,  राजपाल त्यागी, विपिन गर्ग,  विकास त्यागी,  संदीप चोटी,  विनोद त्यागी, उत्तम त्यागी, पं सत्यनारायण, दीपक गोयल,  विनोद धनगर, नवीन त्यागी, डॉ सचिन, गौरव वाल्मीकि, राकेश गोयल, उषा चौधरी, अमरीश अलंकार, संदीप वर्मा, रुद्र त्यागी, सुमित त्यागी, सतीश त्यागी, सुबोध त्यागी आदि उपस्थित रहे।