गाज़ियाबाद। मास को-ऑपरेशन एनजीओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष तौसीफ हाशमी ने कहा आज कल देश के कोने-कोने में प्राइवेट फाइनेंसरो का धंधा फल फूल रहा है, जिसका मुख्य कारण यह है लोग यहां पर आसानी से गोल्ड या फिर अपनी कोई प्रॉपर्टी रखकर लोन ले लेते हैं बैंकों की तरह यहां पर प्राइवेट फाइनेंसर चक्कर नहीं कटवाते हैं लेकिन जो आज हम आपको बताने जा रहे हैं इस घटना को देखकर सावधान हो जाइए क्योंकि आजकल प्राइवेट फाइनेंसर केवल लूट का अड्डा ही नहीं बल्कि ब्लैकमेलिंग का कार्य भी कर रहे हैं, ऐसी ही एक शिकायत हमारी एनजीओ मास को-ऑपरेशन को प्राप्त हुई।
गाजियाबाद धनवर्षा गोल्ड लोन सोसाइटी स्थित आरडीसी राजनगर से सीमा नामक महिला ने गोल्ड लोन लिया था और वो समय-समय पर ब्याज एवं मूल रकम अदा कर कर अपना थोड़ा-थोड़ा गोल्ड छूड़वा लेती थी।
लेकिन धनवर्षा गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी का शाखा प्रबंधक श्री हेमंत दुबे एवं असिस्टेंट प्रबंधक प्रियंका शर्मा भोले-भाले लोगों को किसी न किसी तरह फंसा कर अवैध धंधा चलाती है इसी कड़ी में पहले तो सीमा से 2.55.500 लेने के बावजूद शाखा प्रबंधक, असिस्टेंट प्रबंधक सहित पूरे स्टाफ ने साफ मना कर दिया कि सीमा ने कोई पैसा नहीं दिया है और 112, पर पुलिस को कॉल कर बुलाकर झूठे केस में फसाने की कोशिश की लेकिन जांच के बाद शाखा प्रबंधक के सभी आरोप झूठे निकले और एसीपी साहब कविनगर द्वारा पीड़ित को 2.55.500 रुपये वापस दिलाया गया।
उसके बाद भी शाखा असिस्टेंट प्रबंधक अपनी हरकतों से बाज नहीं आई और एक चेक जो सीमा ने ब्लेंक दिया हुआ था लोन लेते वक्त उक्त चेक पर पीड़ित के फर्जी हस्ताक्षर कर ₹500000 भरकर सीमा के खाता में डाला गया जो की बाउंस हो गया जिसकी जानकारी पीड़ित को मिली तो पीड़ित ने शाखा असिस्टेंट प्रबंधक प्रियंका शर्मा पर गाजियाबाद न्यायालय में वाद दायर कर दिया जो की विचाराधीन है।
लेकिन इसके बावजूद भी धनवर्षा गोल्ड लोन का स्टाफ अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और पीड़ित महिला अपना बाकी गोल्ड लेने गई तो उसको उसी का गोल्ड देने में आनाकानी करने लगे पीड़ित ने पुलिस को बुलाया और फिर पुलिस ने पीड़ित को उसका गोल्ड वापस दिलाया लेकिन पीड़ित के गोल्ड में से एक गोल्ड की चैन 4.50, ग्राम और एक गोल्ड की अंगूठी 8 ग्राम शाखा प्रबंधक हेमंत दुबे एवं उनके स्टाफ द्वारा चोरी कर लिया गया।
अब महिला अपना गोल्ड पाने के लिए दर-दर भटक रही है। इस संबंध में मांस को-ऑपरेशन एनजीओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री हाशमी ने बताया की जल्द से जल्द शासन व प्रशासन के आला अधिकारियों से संपर्क कर कर पीड़ित का गोल्ड वापस दिलाया जाएगा और धनवर्षा गोल्ड लोन फाइनेंस समिति के शाखा प्रबंधक एवं अन्य स्टाफ के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही कराई जाएगी।