ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो परियोजना रद्द होने पर आक्रोशित निवासियों ने प्रदर्शन किया

(सुशील कुमार शर्मा, स्वतन्त्र पत्रकार)

   ग्रेटर नोएडा।  ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मेट्रो प्रोजेक्ट के प्रस्ताव को मंजूरी ना मिलने पर निवासियों का गुस्सा फूट पड़ा  । 30 से ज़्यादा सोसायटियों के निवासियों ने एकमूर्ति पर जमकर नारेबाज़ी की । लोगों का कहना है कि चुनाव में वोट मांगने आने वाले नेताओं को हमारी फिक्र नहीं है। मेट्रो का प्लान बनता है और रद्द होता है, आखिर कब तक ऐसा होता रहेगा।

         नेफ़ोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने कहा है कि मनमानी की भी हद है. इतना सौतेलापन किसी इलाके के साथ नहीं हुआ होगा। उन्होंने कहा कि 10 दिसंबर को जंतर-मंतर ,नई दिल्ली पर विशाल प्रदर्शन होगा। उन्होंने कहा है कि शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मिलकर मेट्रो की मांग को मज़बूती से रखा जाएगा।

              आंदोलन में अहम भूमिका निभा रहे मिहिर गौतम ने कहा कि नेताओं पर भरोसा करने का कोई फ़ायदा नहीं हुआ है। 10 साल से ज़्यादा वक्त से मेट्रो का झुनझुना दिया जा रहा है लेकिन हर बार कोई ना कोई बहाना बना दिया जाता है। उन्होंने कहा है कि अब जनता सबकुछ समझ चुकी है और अपने अधिकारों की लड़ाई शांतिपूर्ण तरीके से लड़ रही है।

     ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासी सीवी सिंह, परमेश्वर दुबे, दीपांकर कुमार, सुधांशु, नीरज श्रीवास्तव, शिव, डॉ सुशील, समीर, ज्योति जायसवाल, मयंका, विकास कुमार, विनीत, शैलेश, सौरभ, गौरव, शैलेश, अखिलेश, बिपिन, संतोष, प्रभास, आशीष श्रीवास्तव,  आर एस राय, आशीष त्यागी, सहित सैंकडों लोगों ने कहा कि हम एकजुट होकर मेट्रो सहित तमाम बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष करेंगे। इनका कहना है कि नेता लोग वोट मांगने आते वक्त जवाब लेकर आएं कि उन्होंने हमारे लिए क्या किया है। हक़ीक़त यह है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट के विकास पर किसी का ध्यान नहीं है

         रोहन भगत, रवींद्र सिन्हा, एसपी कुलश्रेष्ठ, आरसी भट्ट, संदीप द्विवेदी, एल डी शर्मा सहित रेज़ीडेंट का कहना है कि राजनेताओं से निराश हैं लेकिन हमारी एकजुटता उनके झूठे वादों का जवाब है।