गाजियाबाद। जीपीए के पास जो भी अभिभावक अपनी समस्या लेकर आता है पूरी टीम समस्या के समाधान में जी जान से जुट जाती है ऐसा ही एक और उदाहरण देखने को मिला जब एक अभिभावक जो अपनी बेटी का चयन निःशुल्क एवम अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 ( आरटीई ) के अंतर्गत शास्त्रीनगर स्थित उत्तम स्कूल फोर गर्ल्स में होने पर दाखिले के लिये पिछले 6 महीने से लगातार अधिकारियों और स्कूल के चक्कर लगा रहा था, उसके बाद भी ना तो अधिकारी और ना ही स्कूल प्रशासन ने बेटी के दाखिले की गुहार को कान दे रहे थे जिसके बाद एक वीडियो के माध्य्म से आज अभिभावक ने प्रदेश के मुख्यमंत्री और गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन से बेटी का दाखिला उत्तम स्कूल में कराने की गुहार लगाई जीपीए ने तत्काल वीडियो का सज्ञान लेते हुये सोशल मीडिया के सबसे ताकतवर माध्य्म ट्वीट के जरिये पिता की गुहार को प्रदेश के मुख्यमंत्री , गाजियाबाद के जनप्रतिनिधियों एवम अधिकारियों तक पहुँचाया।
गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्य्क्ष सीमा त्यागी का कहना है कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रभार मंत्री असीम अरुण की सख्ती के बाद भी जिले के निजी स्कूल आरटीई के दाखिले लेने के लिए तैयार नही लगभग आधा शिक्षा सत्र निकल चुका है अभी भी 2500 से ज्यादा आरटीई के बच्चों को निजी स्कूलों द्वारा दाखिला नही दिया गया है। अब समय आ गया है कि बिना देरी किये अधिकारी चेतावनी और नोटिसो से आगे बढ़ दाखिला नही लेने वाले स्कूलो की मान्यता रद्द करने की कार्यवाई करे। गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन प्रत्येक अभिभावक और छात्र - छात्राओं की समस्याओं के समाधान के लिए कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है, कोई भी अभिभावक निजी स्कूलों के शोषण के खिलाफ आवाज उठाने में अपने आप को अकेला महसूस न करे जीपीए की क्रांतिकारी सेना उनके साथ खड़ी है हमे पूरी उम्मीद है कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री जीपीए के ट्विटर पर डाली गई बेटी के दाखिले के लिये वीडियो का सज्ञान लेकर छात्रा को स्कूल में शिक्षा का अधिकार दिलाकर सरकार के "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" के नारे को सार्थक करेगे।