जीपीए ने आरटीई के दाखिलों के लिये खटखटाया एडीएम सिटी का दरवाजा

गाजियाबाद। जीपीए द्वारा निःशुल्क एवम अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 ( आरटीई ) के अंतर्गत चयनित दुर्बल वर्ग एवम अलाभित समूह के बच्चों के दाखिले निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत निर्धारित कोटे के तहत कराने के लिए पिछले 4 महीने भी ज्यादा समय से जिलाधिकारी सहित तमाम अधिकारियों के दरवाजे खटखटाये जा रहे है। इसी क्रम में आरटीई के बच्चों को शिक्षा का अधिकार दिलाने की मुहिम को गति प्रदान करते हुये उम्मीद का दामन थामे गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने अभिभावको को साथ लेकर गाजियाबाद के एडीएम सिटी गंभीर सिंह के दरवाजे पर दस्तक दी। एडीएम सिटी के दरवाजे को खटखटाने का सबसे बड़ा कारण है, उनकी शिक्षा के क्षेत्र में विशेष रुचि होना एवम पिछले साल भी सिटी मजिस्ट्रेट के पद पर रहते हुये आरटीई के अनेको बच्चों के दाखिले स्कूलो में कराया जाना है।  गंभीर सिंह जी ही ऐसे अधिकारी है जिनके प्रयासों से  उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा आरटीई के दाखिले  गाजियाबाद में हुये थे।

  गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष पवन शर्मा एवम आरटीई प्रभारी धर्मेंद्र यादव का कहना है कि हमने आरटीई के दाखिलों को लेकर स्कूलो द्वारा तरह तरह के बहाने बना कर अभिभाबको को स्कूल से लौटने , पेरेंट्स के घर जाकर वरीफिकेशन कर अपनी मर्जी से गलत रिपोर्ट बनाने एवम स्कूलो द्वारा यह कहना कि उनके पास जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यलय से कोई सूची नही आई है सहित तमाम बिंदुओं की जानकारी दी है हमे उम्मीद है कि एडीएम सिटी जी के प्रयासों से आरटीई के अंतर्गत चयनित सभी बच्चों को शिक्षा का अधिकार मिलेगा और ऐसे स्कूलो जो साल दर साल शासनदेशो एवम आरटीई अधिनियम 2009 की धज्जियां उड़ा रहे है पर सख्त कार्यवाई सुनिश्चित की जाएगी गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन तब तक प्रयास करती रहेगी जब तक सभी बच्चों को स्कूलो में दाखिले नही मिल जाते है इस मौके पर पवन शर्मा , नवीन राठौर , धर्मेंद्र यादव , नरेश कुमार , कौशल ठाकुर , नंदनी, चमन पाल विवेक त्यागी, पूजा आदि शामिल रहे।