भगवान कृष्ण की बाल लीलाएं युगो-युगों तक सच्चे आनंद की अनुभूति कराती रहेंगी - विष्णु दत्त सरस

गाजियाबाद। कथा व्यास पंडित विष्णु दत्त सरस की वृंदावन धाम में आयोजित भागवत कथा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। दोनों समय हो रही उनकी कथा का श्रवण करने के लिए गाजियाबाद से भी सैकडों श्रद्धालु गए हैं। कथा के पांचवें दिन भगवान कृष्ण का प्राकृटय उत्सव श्रद्धाभाव से मनाया गया।

 कथा व्यास पंडित विष्णु दत्त सरस ने कहा कि जब पृथ्वी पापियों का बोझ बहुत अधिक बढ गया तब सभी देवता ब्रह्मा जी व भगवान शिव के साथ क्षीर सागर पहुंचे और भगवान की स्तुति करने लगे। तब भगवान श्री हरि ने प्रसन्न होकर देवताओं को बताया कि वे वासुदेव व देवकी के घर कृष्ण रूप में जन्म लेंगे और वृंदावन में मां यशोदा व नंदबाबा के घर बाल लीलाएं करेंगे। जब भगवान ने पृथ्वी पर श्रीकृष्ण रूप में अवतार लिया था तो सभी देवता और  ब्रह्मा व भगवान शिव भी उनकी लीलाओं के साक्षी बने थे। उन्होंने भगवान की बाल लीलाओं का वर्णन कर सभी को भाव-विभोर कर दिया। कथा व्यास पंडित विष्णु दत्त सरस ने कहा कि वैसे तो भगवान की हर लीला ही मनुष्य का कल्याण करने वाली हैं, मगर उनकी बाल लीलाएं युगों-युगों तक मनुष्य को सच्चे आनंद की अनुभूति कराती रहेंगी। भगवान के भजनों पर श्रद्धालु घंटों झूमते रहे।