नईदिल्ली/न्यूयार्क। संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय में आज़ रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले)के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री, मा.रामदास आठवले ने भ्रमण कर यूएनओ परिसर में संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा स्थापित किए जाने की मांग की ।
आरपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा. रामदास आठवले जी ने कहा कि दुनिया भर में बाबा साहब डा भीमराव अंबेडकर जी के अनुयायियों की मांग को लेकर शीघ्र ही देश के यशस्वी प्रधानमन्त्री मा. नरेन्द्र मोदी जी से मुलाकात करेंगे।
न्यूयॉर्क स्थित यूएनओ मुख्यालय में विश्व भर के १९३ देशों के राष्ट्रध्यक्ष, प्रतिनिधि एवं प्रधानमंत्री साल में एक बार यूएनओ के मुख्यालय में आयोजित सभा में सम्मिलित होते हैं। वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र संगठन में १९३ राष्ट्र हैं, विश्व के लगभग सारे अन्तरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त राष्ट्र यूएनओ के सदस्य हैं।
संयुक्त राष्ट्र एक अन्तर्राष्ट्रीय संगठन है, जिसका स्पष्ट उद्देश्य है कि यह अन्तर्राष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शान्ति के लिए कार्यरत है।
यूएनओ कार्यालय में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला व विश्व को अहिंसा तथा शांति का संदेश देने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर केंद्रीय राज्यमंत्री ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
यूएनओ परिसर में मां.रामदास आठवले ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ के परिसर में भारत के संविधान निर्माता बाबासाहेब डाॅक्टर भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा भी स्थापित होनी चाहिए।
श्री आठवले ने कहा कि भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, जिसके आधार पर आज़ भारत विश्व के लोकतांत्रिक देशों में सबसे सशक्त बना है। श्री आठवले जी ने कहा की यूएनओ परिसर में बाबासाहेब की प्रतिमा की स्थापना से भारत सहित दुनिया भर में अंबेडकरवादियों के लिए ये बहुत ही हर्ष व उल्लास का विषय होगा।