किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म केस, पुलिस ने सात दिन में तैयार की चार्जशीट

 आगरा।  पुलिस ने दुष्कर्म पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए त्वरित कार्रवाई का उदाहरण प्रस्तुत किया।उसके साथ हुई दरिंदगी के घाव सूखने से पहले आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र तैयार कर दिया। सिकंदरा के जंगल में किशोरी से दुष्कम के बाद उसकी हत्या का प्रयास किया गया था। पुलिस ने दरिंदगी के आरोपितों गणेश और संतोष के खिलाफ सात दिन में आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया। उसका लक्ष्य अब न्यायालय में अभियोग पर त्वरित सुनवाई करा आरोपितों काे दो महीने में सजा दिलाने का है।सिकंदरा थाना क्षेत्र की रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी के साथ नौ फरवरी काे जंगल में दरिंदगी हुई थी। गांव डावली थाना किरावली निवासी गणेश ने उसे होली के अगले दिन मिलने के बहाने बुलाया था। उसे रुनकता कस्बे में एक रेस्टोरेंट लेकर गया। जिसके बाद गांव तक छोड़ने के बहाने आरोपित उसे सिकंदरा के जंगल में लेकर गया। वहां गणेश और उसके साथी संतोष ने किशोरी से दुष्कर्म किया।

विराेध करने पर आरोपिताें ने किशोरी के दुपट्टे से उसका गला घोट दिया। सिर में ईंट से प्रहार किया। जिसके बाद गले में दुपट्टा बांध उसे जंगल में कांटों पर घसीटा था। उसे मृत जानकर उसे कंटीली झाड़ियों के बीच फेंक गए थे। किशोरी होश में आने पर 10 मार्च की सुबह कांटों पर घिसटने के बाद सड़क की ओर अायी थी। राहगीर ने उसे मरणासन्न हालत में देखकर स्वजन को सूचना दी थी।किशोरी को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से एसएन में रेफर किया गया।प्रभारी निरीक्षक सिकंदरा आनंद कुमार शाही और उनकी टीम ने किशोरी के मोबाइल की काल डिटेल के आधार पर आरोपितों को खोज निकाला।गांव डावली थाना किरावली निवासी गणेश और संतोष को 24 घंटे में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने किशोरी के बयान दर्ज किए। जिसके बाद मजिस्ट्रेट के समक्ष उसके बयान दर्ज कराए।पुलिस आयुक्त डा. प्रीतिंदर सिंह ने आरोपितों को दो महीने मे सजा दिलाने का लक्ष्य रखा है। जिसके तहत पुलिस को सात दिन में सात दिन में आरोप पत्र तैयार कर न्यायालय में दाखिल करने की कहा था।