हीरक जयंती वर्ष पर नृत्य प्रतियोगिता से रंगारंग समापन

गाज़ियाबाद। एमएमएच कॉलेज के हीरक जयंती वर्ष 2022-23 में "आशाएं" सांस्कृतिक सप्ताह के  अंतर्गत आज अंतिम दिन 'नृत्य प्रतियोगिता' का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की आराधना के साथ हुआ।  सांस्कृतिक साहित्यिक परिषद की समंवयक प्रो रीना सिंह ने प्रतियोगिता के नियम बताते हुए प्रतियोगियों को शुभकामनाएं दीं और प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० पीयूष चौहान ने सभी प्रतियोगियों को शुभकामनाएं देकर उनका उत्साहवर्धन किया। प्रतियोगिता में भारी संख्या में छात्र छात्राओं ने प्रतिभागिता की। एकल नृत्य और समूह नृत्य केटेगरी में अत्यंत भावपूर्ण और ऊर्जावान शास्त्रीय नृत्य तथा लोक नृत्य प्रस्तुतियों ने सबका मन मोह लिया।  एकल नृत्य केटेगरी में 38 एकल नृत्य और चार समूह नृत्य प्रस्तुत हुए।         प्रथम  पुरस्कार भूपेंद्र बी.ए.तृतीय वर्ष को उनकी 'कालबेलिया नृत्य' प्रस्तुति पर मिला। निकिता मेनानी, बीएससी त्रितीय वर्ष को राजस्थानी लोक नृत्य एवं शिवांगी मिश्रा एम ए अंग्रेज़ी, प्रथम वर्ष को 'मोहे रंग दो लाल' नृत्य प्रस्तुति पर द्वितीय पुरस्कार दिया गया। बी ए प्रथम वर्ष की छात्रा डॉली को कश्मीरी लोक नृत्य 'भूमरो-भूमरो' पर त्रितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। एकल नृत्य प्रतियोगिता में तीन प्रोत्साहन पुरस्कार भी दिए गए जो मानसी शर्मा, बी ए प्रथम वर्ष, ललिता तथा प्रेरणा एमएससी प्रथम वर्ष को दिए गए।      

  समूह नृत्य केटेगरी में भूपेंद्र एवं टीम को सुंदर ' बंगाली बिहू नृत्य' प्रस्तुति पर प्रथम पुरस्कार, मनीषा एवम टीम को द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार काजल एवं टीम को उनकी पंजाबी समूह नृत्य प्रस्तुति को दिया गया। निर्णायक मंडल में  डॉ  रियांका सिंह, वी एम एल जी कॉलेज से, श्रीमती ज्योति शर्मा, प्राचार्या, वी.एन.भातखंडे संगीत महाविद्यालय तथा श्रीमती उपासना सक्सेना, कथक शिक्षक रहीं। नृत्य प्रतियोगिता की संयोजन समिति के सदस्य डॉ अनुपमा गौड़, डॉ अल्पना रानी, डॉ रीमा उपाध्याय ने प्रतियोगिता के सफल आयोजन में भरपूर सहयोग दिया। साथ ही महाविद्यालय की अनुशासन समिति के सदस्य डॉ रेनू त्यागी, डॉ उत्तम कुमार, डॉ वीरेंद्र सिंह ने अनुशासन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 

 महाविद्यालय के  शिक्षक / शिक्षिका भारी संख्या में कार्यक्रम में उपस्थित रहे और  सभी प्रतियोगियों का उत्साह वर्धन किया। प्रो स्मृति रायज़ादा, प्रो मीना वर्मा, प्रो सुता रानी, प्रो दीप्ति रानी, प्रो वन्दना द्विवेदी, प्रो शालू त्यागी, प्रो आभा दुबे, डॉ राखी द्विवेदी, डॉ संजय मिश्रा, डॉ हेमेंद्र, डॉ प्रीति आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे और अंत तक प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन किया। कार्यक्रम के समापन में निर्णायक मंडल द्वारा प्रतिभागियों को आशीर्वचन दिए गए तथा उनको परिषद की ओर से उन्हें स्मृति चिह्न भेंट किये गए। 

अंत में साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद की ओर से निर्णायक मंडल के प्रति तथा पूरे सप्ताह के दौरान कार्यक्रम की सफलता में संलग्न सभी का आभार व्यक्त किया गया। राष्ट्र गान के साथ इस सांस्कृतिक सप्ताह का समापन हुआ। प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार स्वरूप दिए जाने वाली ट्रॉफीज तथा प्रमाणपत्र  वितरण के किये कुछ दिन बाद एक पुरस्कार वितरण समारोह अलग से आयोजित किया जाएगा, जिसमे विजेता प्रस्तुतियों का पुनः मंचन भी होगा। इसकी पूर्व सूचना अलग से दी जाएगी।