ग़ाज़ियाबाद। ग़ाज़ियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्षा श्रीमती सीमा त्यागी ने एक प्रेस विज्ञप्ति द्वारा अपने ब्यान में कहा कि सभी जानते है कोरोना काल मे हम सभी बहुत बुरे दौर से गुजरे और सच कहें तो आर्थिक रूप से एकदम टूट गये हजारों लोगों को अपनी नोकरी से हाथ धोना पड़ा , रोजगार बंद हो गये , लेकिन उसके बाद भी हमने अपने बच्चों की शिक्षा को प्रभावित नही होने दिया लेकिन इस बुरे दौर में हम सभी अभिभावको ने सरकार से एक छोटी सी मांग रखी कि कोरोना काल में ऑन लाइन क्लास की फीस 50 % माफ होनी चाहिए मांग एक दम दुरुस्त थी क्योकि जब निजी स्कूल इस कोरोना काल मे खुले ही नही तो फिर पूरी फीस किस बात की इसके लिए गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन द्वारा 9 दिन की ऐतिहासिक भूख हड़ताल से लेकर ट्विटर अभियान , ज्ञापन एवम सड़क पर भी प्रदर्शन किया लेकिन नीति निर्धारकों पर इसका कोई असर नही पड़ा क्योकि हम सभी जानते है देश के अधिकतर निजी स्कूलो को राजनैतिक रूप से प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से सरक्षंण प्राप्त होता है इसलिये ये नीतिनिर्धारक निजी स्कूलों के दबाब में कोरोना काल मे फीस माफी की जायज मांग पर भी चुप्पी साधे रहे और हार थक कर अभिभावको को माननीय न्यायलय का रुख करना पड़ा आपको पता होगा कि कोर्ट में भी इतने बड़े नेक्ससेस के खिलाफ लड़ाई लड़ना आसान बात नही थी एक तरफ स्कूलो की तरफ से वकीलों की फौज और दूसरी तरफ अभिभावको को सिर्फ भगवान एवम माननीय न्यायालय पर भरोसा लेकिन ये बात सच है कि सत्य की डगर सगर्ष से भरी होती लेकिन अंत मे जीत सत्य की ही होती है और पिछले महीने माननीय न्यायालय ने प्रदेश के अभिभावको के हित मे ऐतिहासिक निर्णय देते हुए उत्तर प्रदेश के निजी स्कूलों को कोरोना काल में शिक्षा सत्र 2020-21 की 15 % फीस वापसी के आदेश दिए लेकिन जब अभिभावको ने इस 15% फीस वापसी की मांग स्कूल प्रबन्धको से की तो इनका कहना था कि इनके पास ना तो कोई सरकार की तरफ से आदेश है और ना ही शिक्षा अधिकारियों की तरफ से कोई आदेश आया है जिसके बाद एक बार फिर प्रदेश सरकार की तरफ से आदेश निकलवाने के लिए प्रयास किये गये और अभी कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से भी प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक को अभिभावको की 15 % फीस वापस कराने के आदेश जारी कर दिए गये है साथ ही जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा भी अपने जिलों में फीस वापसी के आदेश करना शरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब सवाल यह है कि आखिर ये 15% फीस वापस अभिभावको को वापस कैसे मिलेगी । प्रिय अभिभावको में आपको सुझाव देना चाहती हूँ कि आप किसी भी स्कूल प्रबंधक से 15% फीस वापसी की मांग मौखिक रूप से न करे बल्कि स्कूल प्रधानाचार्य के नाम 15 % फीस वापसी का पत्र लिखकर ऑर्डर की कॉपी के साथ स्कूल की मेल आईडी पर भेजे अगर स्कूल प्रबंधक माननीय न्यायालय के निर्धारित 60 दिन के अंदर आपकी 15% फीस वापस नही करता है तो इसकीं शिकायत जिला स्तरीय शुल्क नियामक समिति ( डीएफआरसी ) में जिसके अध्य्क्ष जिलाधिकारी से करे डीएफआरसी की मेल आईडी dfrc.gzb@gmail.com है साथ ही इसकीं सीसी गाज़ियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की मेल आईडी gpa037811@gmai.com एवम जिला विद्यालय निरीक्षक की मेल आईडी dios.gzb@gmail.com पर भी करे । मुझे आशा ही नही पूर्ण विश्वास है कि आप सभी अपने अधिकारों की आवाज उठाएंगे ।
अभिभावको की 15 प्रतिशत फीस वापस कराना शिक्षाधिकारियों की जिम्मेदारी - सीमा त्यागी