वैवाहिक वर्षगांठ पर सद्भावना सत्संग व भंडारे का आयोजन

 गाजियाबाद। माता  राजेश्वरी आश्रम में विनोद मित्तल व अलका मित्तल की 28 वीं वैवाहिक वर्षगांठ पर सदभावना सत्संग व भंडारे का आयोजन किया गया। 

कार्यक्रम में सुविख्यात समाजसेवी व सद्गुरुदेव श्री सतपाल जी महाराज के आत्मानुभवी शिष्य महात्मा ज्ञानशब्दानंद जी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि गृहस्थ वही उत्तम है जिसमे समस्त परिवार के सदस्य आध्यात्मिक मार्ग पर चलते हुए अपना जीवन बिताएं।उन्होंने दंपति को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि श्री गुरु महाराज के बताए हुए मार्ग पर चलते हुए अपने जीवन को सार्थक करें तथा समाज मे अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करें। महात्मा जी ने कार्यक्रम में आध्यात्मिक ज्ञान साधना पर अपने विचार रखते हुए उपस्थित भगवत भक्तों साधना के लिए प्रेरित किया। आश्रम प्रभारी महात्मा दीपांजलि बाई जी ने अपने ओजस्वी प्रवचन द्वारा सभी प्रेमिभक्तों को सत्संग से लाभान्वित किया। कार्यक्रम में धार्मिक भजनों के साथ- साथ बधाई गाकर दम्पति को अपनी शुभकामनाएं दी।

 मंच संचालन मानव उत्थान सेवा समिति के शाखा प्रधान के. पी. सिंह ने किया तथा गणमान्य लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये।

इस अवसर पर दम्पति विनोद मित्तल व अलका मित्तल सहित रमणीक भाई,सुभाष चंद मित्तल , गरिमा ,अवधेश मित्तल , गीता,डआ0 संजीव मित्तल , रिंकी, भोपाल सिंह , सावित्री देवी, प्रमुख उद्योगपति व समाजसेवी पराग गुप्ता, उत्तम गडिया, अनिल गोयल, ममता गुप्ता जो माया ममता चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष, संजीव सिसोदिया पूर्व  सेक्रेटरी तहसील कंपाउंड संघ उपस्थित थे।

 कार्यकताओं में मानव सेवा दल से  सुनील कुमार, जगदीश कुमार,  राम कुमार, धनपाल सिंह  रामदास, जितेन्द्र पाल, जितेंद्र (टीटू),  मिथलेश, श्रीमति संगीता पाल,  सुनीता,  लक्ष्मी, सावित्री वर्मा, पुष्पा चौधरी व यूथविंग में  शिवेश शर्मा, पवन कुमार शर्मा, सविता यादव, मयंक कुमार, शिवानी, शालू आदि सदस्यों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।