हार्दिक वत्स के परिजन ने पुलिस प्रशासन के खुलासे पर उठाए प्रश्न

गाज़ियाबाद। हार्दिक वत्स के पिता मुनेंद्र कुमार पुलिस जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज हार्दिक की हत्या को  15 दिन बीत चुके है किन्तु पुलिस जाँच के नाम पर हम आज भी वही खड़े है जहाँ पहले दिन खडे थे। स्थानीय थाना पुलिस मेंरे पुत्र की हत्या को आत्महत्या घोषित करके अपना पहला झाड़ने में लगी है। और जो मैं कह रहा हूँ इसके पीछे निम्न लिखित आधार है।

* पोस्टमार्टम रिपोर्ट 14 दिन बाद देना *12 दिनों तक विवेचक् का हमारे घर पर ना आना* 10 दिन तक मोबाइल का सर्विलांस पर ना लगना और पुलिस द्वारा खराब होना बताना *10 दिन तक कॉल डिटेल रिपोर्ट ना मिलना *कॉलेज से एपेक्स सोसाईटी तक की सीसीटीवी फुटेग का इकट्ठा ना करना *कॉलेज से एपैक्स सोसाईटी में हार्दिक, कैसे पहुंचा,किसने बुलाया और गार्ड द्वारा बिना किसी जाँच और तहकीकात के अन्दर जाने की इजानत देन और ऐसे बहुत से सवाल के जवाब नहीं मिल पा रहे है और हमे शक है कि प्रभावशाली लोगो के दवाब में  मेरे पुत्र की हत्या की निष्पक्ष जाँच नहीं हो पा रही है।

उन्होंने विनती की है कि उपरोक्त विवरण को ध्यान में रखते हुए मेरे पुत्र की हत्या की निष्पक्ष जाँच के लिए एक समिति बनाकर विशिष्ट एजेंसी को जाँच सौंपी जाए ताकि हमारे पुत्र एवं परिवार को न्याय  मिल सके। उपरोक्त प्रकथन को दृष्टिगत रखते हुए आप नीतीगत निर्णय लेते हुए हमे न्याय दिलायेंगे और जैसा कि पुलिस ने बताया कि इस केस के तार चीन, साउथ अफ्रीका एवं होंगकाँग्त तक जुड़े हैं, इसलिए इस विशेष केस के लिए विशेष जाँच आवश्यक है ताकि किसी और माता पिता को भविष्य में अपने बच्चे के लिए ना रोना पड़े।