शिक्षा व्यवस्था कब दौड़ेगी 5 जी मोड़ में ? -सीमा त्यागी

कल देश के माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा देश मे 5 जी मोबाइल सेवाओ की शरुआत की गई निश्चित तौर पर 5 जी के आने से इंटरनेट स्पीड 4 जी के मुकाबले लगभग 10 गुना तक बढ़ जाएगी लेकिन आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर भी देश के अधिकतर राज्यो में आज भी सरकारी स्कूल 1जी मोड़ से आगे नही बढ़ पा रहे है सरकारी स्कूलों में बच्चों की शिक्षा के लिए जरूरी मूलभूत सुविधाओ का भारी अभाव है सरकारी स्कूल केवल मिड डे मील , कापी ड्रेस और जूते देने की आधी अधूरी सेवा का ही माध्य्म बने हुये है देश के सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग सरकार को बार बार सोचने के लिए विवश कर रही है लेकिन सरकार के पास सरकारी स्कूलों को विश्वस्तरीय बनाने के लिए समय नही है उल्टे देश के अधिकतर राज्यो में सरकारी स्कूल तेजी से बंद हो रहे है पिछले तीन साल की बात करे तो देश मे लगभग 62 हजार सरकारी स्कूल बंद हुये है यूडीआईएसई  की रिपोर्ट के अनुसार , 2018-19 में सरकारी स्कूलों की संख्या 10 लाख 83 हजार 678 थी, जो साल 2019-20 में घटकर 10 लाख 32 हजार 570 रह गई है यूडीआईएसई की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा सरकारी स्कूल उत्तर प्रदेश में ही लगभग 27 हजार सरकारी स्कूल बंद किए गए हैं उत्तर प्रदेश में सितंबर 2018 में सरकारी स्कूलों की संख्या 1 लाख 63 हजार 142 थी जो  सितंबर 2020 में घटकर 1 लाख 37 हजार 68 रह गई इतने सरकारी स्कूल बंद होने के बाद भी देश के अभिभावकों ने ना तो केंद्र सरकार के सर्वेसर्वा  और ना ही राज्य सरकारों के मुख्यमंत्रीयो के माथे पर चिंता का भाव देखा है । जबकिं देश के बच्चों के लिये सस्ती और सुलभ शिक्षा का मार्ग देश के सरकारी स्कूलों से ही प्रशस्त होता है साथ ही देश को विश्वगरु बनाने का मार्ग भी देश की मजबूत शिक्षा व्यवस्था से ही सम्भव है अब समय आ गया है कि देश के आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश के सरकारी स्कूल जो आज भी 1जी मोड़ में है उनका जीर्णोद्धार कर उनको 5 जी मोड़ में लाया जाए जिससे बच्चों की शिक्षा लेने की स्पीड भी 10 गुना तक बढ़ सके ।

  सीमा त्यागी 

            ( अध्यक्ष )

गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन