गाजियाबाद। जीपीए ने निःशुल्क एवम अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार (आरटीई ) के अंतर्गत चयनित बच्चो के दाखिला नही लेने वाले जिले के निजी स्कूलो पर सख्त कार्यवाई करने की मांग उठाई है। यहाँ आपको बता दे कि तीन चरणों मे पूरी हुई। आरटीई के अंतर्गत बच्चों के चयन प्रक्रिया की पहली सूची 11 अप्रैल 2022 को जारी हुई थी। पहली सूची को जारी हुये लगभग 5 महीने बीत चुके है । उसके बाद भी शिक्षा सत्र 2022-23 में आरटीई के अंतर्गत चयनित बच्चो को दाखिला नही मिल पाया है। अभिभावक अपने बच्चों के दाखिले के लिए लगातार शिक्षा विभाग और अधिकारियों के चक्कर लगा रहे है शिक्षा विभाग के अधिकारी पिछले पांच महीने से निजी स्कूलो को केवल चेतावनी नोटिस भेजने तक ही सीमित है, जिसको अधिकतर स्कूल मानने के लिए तैयार नही है, उसके बाद भी शिक्षा अधिकारीयो द्वारा जिले के किसी भी निजी स्कूल पर कार्यवाई नही की गई है जो दिखाता है कि जिले के शिक्षा अधिकारी निजी स्कूलो के दबाब में कार्य कर रहे है अभिभावकों की शिकायत फाइलो तक ही सिमट कर रह गई है ।गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्य्क्ष सीमा त्यागी ने बताया कि शासन ने निजी स्कूलों को आरटीई से सम्बंधित दाखिलों को ब्यौरा वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश जारी किये थे लेकिन अधिकतर निजी स्कूलों ने कितने बच्चों का दाखिला आरटीई के अंतर्गत लिया है इसका विवरण वेबसाइट पर अपलोड नही किया है जिससे पता चलता है कि या तो निजी स्कूल कार्यवाई से बचने के लिए डाटा अपलोड नही कर रहे है या फिर डर रहे है कि कही उनकी पोल न खुल जाए गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन मांग करती है कि जल्द से जल्द जिले के सभी निजी स्कूलों द्वारा आरटीई के अंतर्गत लिये गये दाखिलों का विवरण वेबसाइट पर अपलोड कराया जाए एवम डाटा अपलोड नही करने वाले स्कूलो पर सख्त कार्यवाई सुनिश्चित की जाए साथ ही जो बच्चे अभी भी आरटीई के अंतर्गत दाखिलों से वंचित है ऐसे सभी बच्चों के दाखिले तत्काल प्रभाव से सुनिश्चित कराये जाए।
आरटीई के दाखिला नही लेने वाले स्कूलो पर हो कार्यवाई - जीपीए