पावन चिंतन धारा आश्रम परिसर में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली

गाज़ियाबाद।  हिसाली गाँव में स्थित पावन चिंतन धारा आश्रम परिसर में बहुत धूम-धाम से भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली गयी जिसमें परमपूज्य डॉ. पवन सिन्हा गुरूजी के पावन सान्निध्य में सभी भक्तजन भजन गाते हुए भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा जी को आश्रम में स्थापित नारायण क्षेत्र से शक्ति क्षेत्र ,उनकी मौसी (माँ दुर्गा ) के घर ले गए और फिर वहां विधिवत रूप से  उनका स्वागत किया। फिर स्वयं अत्यंत सरल ह्रदय परमपूज्य श्रीगुरु जी ने मृदंग बजाया जिस पर सभी भक्तगण झूमने लगे। 

ज्ञातव्य हो कि पद्म पुराण के अनुसार, भगवान जगन्नाथ जी की बहन ने एक बार नगर देखने की इच्छा जाहिर की थी। तब जगन्नाथ जी और बलभद्र जी अपनी बहन सुभद्रा को रथ पर बैठाकर नगर दिखाने निकल पड़े। इस दौरान वे अपनी मौसी के घर गुंडिचा भी गए और सात दिन ठहरे। तभी से यहां पर रथयात्रा निकालने की परंपरा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष आषाढ़ मास की द्वितीया तिथि को भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ अपनी मौसी के घर जाते हैं फिर कुछ दिन वहां रूककर अपने स्थान को वापिस आते हैं। भगवान जगन्‍नाथ रथयात्रा भारत में मनाए जाने वाले धार्मिक महामहोत्सवों में से एक प्रमुख और धार्मिक दृष्टि से भी महत्‍वपूर्ण माना गया है। सागर तट पर बसे पुरी शहर में होने वाली जगन्‍नाथ रथयात्रा उत्सव के समय आस्था का जो भव्‍य उत्‍सव देखने को मिलता है वैसा ही उत्सव सूक्ष्म रूप में, हर वर्ष पावन चिंतन धारा आश्रम में भक्तजनों के मध्य होता है। गत पांच वर्षों से निरंतर परमपूज्य डॉ. पवन सिन्हा गुरूजी के सान्निध्य में इस यात्रा का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी आनंद उत्सव  के साथ यह दिव्य यात्रा संपन्न हुई। अब आने वाली 12 जुलाई को पुनः भगवान जगन्नाथ अपने घर वापिस आयेंगे। बोलिए जगन्नाथ स्वामी जी की जय...!!

इस अवसर पर  गाज़ियाबाद, दिल्ली, मेरठ, सूरत, कानपुर से आये अनेक भक्तजन उपस्थित थे।