फीस न दे पाने पर छात्रों का रिजल्ट रोकना उन्हें बंधक बनाने जैसा - जीपीए

गाज़ियाबाद।एक तरफ जहां सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे का दम भरती है वही दूसरी तरफ प्रदेश के निजी स्कूलों द्वारा छत्राओ की टीसी रोकने के कारण पढ़ाई बाधित होने एवम छत्राओ का भविष्य अंधकारमय होने  पर कार्यवाई के नाम पर चुप्पी साध लेती है ।गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने  जिलाधिकारी को ज्ञापन सोप दोनों छत्राओ की टीसी दिलाने की गुहार लगाई यहाँ हम बता दे गाजियाबाद पेटेंट्स एसोसिएशन को छत्राओ से स्कूल द्वारा ट्रांसफर सर्टिफिकेट और रिजल्ट रोकने की शिकायत प्राप्त हुई ।मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुये जीपीए ने छत्राओ की शिकायत का तत्काल सज्ञान लिया। शिकायत के अनुसार छात्रा वृन्दा शर्मा पुत्री विमल कुमार शर्मा , शिक्षा सत्र 2020-21 में शिक्षा इंटरनेशनल स्कूल , मोदीनगर से हाईस्कूल की परीक्षा पास की थी  एवम छात्रा छवि शर्मा पुत्री संजय शर्मा निवासी , मोदीनगर ने दयावती मोदी पब्लिक स्कूल , मोदीनगर से की परीक्षा पास की थी । कोरोना के कारण नोकरी छूटने से परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण छत्राओ के पिता स्कूल की फीस जमा नही कर पाये । जिसके कारण दोनों ही स्कूलो ने छत्राओ का रिजल्ट एवम ट्रांसफार्मर सर्टिफिकेट ( टी.सी) नही दी  जिसके कारण छात्रा मानसिक तनाव में है और छत्राओ कि आगे की पढ़ाई बाधित हो रही है जीपीए ने इसकीं शिकायत मेल द्वारा प्रधानमंत्री कार्यलय , प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित राष्ट्रीय बाल आयोग एवम अन्य अधिकारियों से भी की है 

गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है  कि छत्राओ के परिवार की माली हालत और छत्राओ की शिक्षा सुचारू रूप से जारी रखने के लिए दोनों छत्राओ की ट्रांसफर सर्टिफिकेट और रिजल्ट तत्काल प्रभाव से दिलाये जाए ।