सेंटमेरी स्कूल ने बच्चों का रिजल्ट रोका ,जीपीए ने स्कूल पहुँचकर संभाला मोर्चा

 गाज़ियाबाद। शास्त्रीनगर स्थित नामी स्कूल सेंटमेरी द्वारा कोरोना वैश्विक महामारी के कारण पिछले दो साल से भी ज्यादा समय से बंद होने के बाद भी अभिभावको से पूरी फीस की मांग की जा रही है।  जबकिं पेरेंट्स फीस में राहत की मांग कर रहे है।  हम सभी जानते है कि कोरोना महामारी के कारण अधिकतर अभिभावको के काम रोजगार बंद हो गये है और हजारों अभिभावको की नोकरी भी छूट गई है, साथ ही पिछले दो साल से बच्चे भौतिक रूप से स्कूल भी नही गये है।  स्कूल द्वारा केवल ऑन लाइन शिक्षा दी गई है, जिसके लिये स्कूल द्वारा बहुत कम खर्चा किया गया है।  अब सवाल यह उठता है कि अभिभावक ऑन लाइन शिक्षा की पूरी फीस किस आधार पर दे । स्कूल द्वारा फीस जमा कराने के लिए ठोस रणनीति बनाई गई और अभिभावको के बच्चों के रिजल्ट रोक दिए गए और कहा जा रहा है कि पहले पूरी फीस दे उसके बाद ही रिजल्ट दिया जाएगा पेरेंट्स द्वारा गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन से मदद मांगी गई, जिस पर जीपीए की टीम अभिभावको के सपोर्ट के लिये स्कूल पहुँच गई और सभी बच्चों के रिजल्ट जारी करने के लिए कहा गया।  जिस पर दोनों ही तरफ से हंगामा जारी है दबाब बनाने के रणनीति के तहत स्कूल द्वारा पुलिस बुला ली गई। 

 स्कूल फीस विवाद में पहले भी चर्चा का विषय बना हुआ है वर्ष 2018 में फीस अधिनियम बनने के बाद जिला स्तरीय शुल्क नियामक समिति द्वारा स्कूल को बच्चों की फीस वापसी का आदेश दिया था और स्कूल पर तथ्य छुपाने एवम बैलेंस शीट जमा ना करने पर एक लाख का जुर्माना लगाया था बावजूद इसके स्कूल द्वारा अपनी मनमानी जारी रखते डीएफ आरसी के आदेश की अवेहलना करते हुये आज तक बच्चों की फीस वापसी नही की है उल्टे अभिभावको पर फीस जमा करने का दबाब बनाया जा रहा है  अभिभावक सुबह 9 बजे ही स्कूल पहुँच गये थे।  अभिभावक और जीपीए द्वारा दोपहर 3 बजे तक धरना दिया गया उसके बाद पुलिस प्रशासन की देख रेख में स्कूल की प्रधानाचार्य से की दौर में वार्ता हुई जिसके बाद स्कूल की  प्रधानाचार्या ने बच्चों का रिजल्ट जारी करने के लिये लिए दो दिन का समय मांगा है।  सेंट मेरी पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्य्क्ष साधना सिंह और जीपीए के सचिव अनिल सिंह ने कहा है आशा करते है कि दो दिन के अंदर स्कूल प्रशासन द्वारा सभी बच्चो का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा और बच्चों की पढ़ाई को बाधित नही किया जाएगा ।