पंजाब को ऐसी सरकार की जरूरत, जो देश की सुरक्षा के लिए काम करे - मोदी

जालंधर, साहिल कजला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा है कि पंजाब को ऐसी सरकार चाहिए, जो देश की सुरक्षा के लिए काम करेगी और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार यह कर सकती है। यहां लोगो के भारी इकट्ठ वाली एक जनसभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि सिर्फ वही सरकार पंजाब की सेवा कर सकती है, जो पक्षपाती विचारधारा से ऊपर उठकर काम करेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पंजाब को अब एक डबल इंजन की सरकार की जरूरत है, जो केंद्र सरकार के साथ मिलकर पंजाब को इसकी समस्याओं से निकालने के अलावा, शांति और आपसी भाईचारा सुनिश्चित करेगी।

यहां उन्हें सुनने के लिए पहुंचे हजारों की संख्या में लोगों के साथ भावनात्मक होते हुए मोदी ने पंजाब के साथ अपने पुराने संबंधों को याद करते हुए कहा कि इस राज्य ने पंजाब में एक सामान्य भाजपा वर्कर के रूप में काम करते हुए उन्हें खिलाया है और वह इसके लिए हमेशा आभारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि वह उस कर्ज को वापस मोड़ना चाहते हैं और वह जितना भी पंजाब के लिए काम करेंगे, उतना ही और अधिक काम करने की इच्छा जागेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि एक नया भारत तभी बन सकेगा, जब एक नया पंजाब (नवा पंजाब) बनेगा। उन्होंने ने पंजाब के लिए अपने सपने को जाहिर करते हुए कहा कि यह वह पंजाब होगा, जो अपने इतिहास और परंपरा को संभालेगा, जो नशे और माफिया से मुक्त होगा, जो हर किसी की तरक्की के लिए काम करेगा, जो कर्ज से मुक्त होगा, उसमें हर किसी के लिए भरपूर अवसर होंगे और वहां हर दलित व पिछड़ा पूरा सम्मान और बराबरी के अवसर पाएगा।

उन्होंने के शानदार उत्साह के बीच पंजाब के लोगों से भाजपा को 5 साल देने की भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि यह सत्ता का सवाल नहीं है। उन्होंने कहा कि आप लोग पहले ही मुझे दूसरी बार देश का प्रधानमंत्री बना चुके हैं और वह यहां व्यक्तिगत फायदों के लिए नहीं आए हैं। बल्कि वह यहां आपकी सेवा करने और आपके सपनों को सच करने के लिए मदद करने आए हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा से पंजाब के हितों को गठबंधन के अधिकारों से पहल दी है। उन्होंने जिक्र किया कि 2007 में अकाली दल के पास बहुमत से कम सीटें थीं और भाजपा के समर्थन के बगैर सरकार बना पाना मुश्किल था। उन्होंने कहा कि गठबंधन के नियम यह मांग करते थे कि भाजपा का डिप्टी मुख्यमंत्री होना चाहिए, लेकिन बादल साहेब (प्रकाश सिंह बादल) ने इसके विपरीत अपने बेटे को डिप्टी सीएम बना दिया और भाजपा ने पंजाब के हित में इसे स्वीकार किया।

मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर चुटकी लेते हुए कहा कि इनके नेताओं ने खुद स्वीकार किया है कि वे राज्य सरकारों को रिमोट कंट्रोल से चलाते हैं। जबकि प्रियंका गांधी का नाम लिए बगैर उनके बयान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हाल ही में इन्होंने कहा था कि कैप्टन अमरिंदर सिंह इनकी बात नहीं सुनते थे और इसके विपरीत केंद्र के साथ काम करते थे। इससे यह स्पष्ट है कि यह राज्य सरकार को रिमोट कंट्रोल से चलाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि कैप्टन साहिब ने संघवाद की सच्ची सोच के साथ केंद्र सरकार से मिलकर काम किया, लेकिन जब उन्होंने परिवार के आदेशों को मानने से मना कर दिया, तो इन्होंने उन्हें हटा दिया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की पंजाब और पंजाबियों से पुरानी दुश्मनी है और वह कभी भी पंजाब को तरक्की नहीं करने देगी। उन्होंने कहा कि 1984 के दंगों के गुनहगारों को सजाएं दिलाने की बजाय, इसने उन्हें मंत्री पद दिए और भाजपा सरकार ने सुनिश्चित किया कि वे गुनाहगार जेलों में जाएं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने ही 26 दिसंबर को 'वीर बाल दिवस" घोषित किया, जिसे देश भर में हर साल मनाया जाएगा।

उन्होंने वादा किया कि एनडीए सरकार किसानों, खासकर छोटे किसानों, की आमदनी बढ़ाने के लिए काम करेगी। उन्होंने उनकी सरकार द्वारा उठाए गए कई कदमों का जिक्र किया। उन्होंने खुलासा किया कि पंजाब से 23 लाख की किसान रेगुलर तौर पर किसान सम्मान निधि योजना के तहत सहायता प्राप्त कर रहे हैं।

आम आदमी पार्टी का जिक्र किए बगैर, उन्होंने कहा कि कुछ लोग अच्छे शासन का तजुर्बा होने के बगैर पंजाब में बड़े-बड़े और निराधार दावे कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने पुराने कामों और केंद्र व अलग-अलग राज्यों के तजुर्बे के आधार पर वोट मांग रही है, जबकि इन लोगों के पास दिल्ली में बड़े पैमाने पर शराब की दुकानें खोलने के अलावा, कोई तजुर्बा नहीं है।

प्रधानमंत्री ने अफसोस जाहिर किया कि वह श्री देवी तालाब मंदिर में माथा नहीं टेक सके, क्योंकि स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने उनके दौरे की व्यवस्था करने में सक्षम ना होने की बात कही थी।

इस अवसर पर अन्य के अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस के नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह, शिरोमणि अकाली दल - संयुक्त के नेता सुखदेव सिंह ढींडसा, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा सहित अन्य स्थानीय नेता और गठबंधन के उम्मीदवार भी मौजूद रहे।