जालंधर, साहिल कजला। मतदान को अभी 13 दिन शेष बचे हैं और उससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ( ED) ने एक बड़ा खुलासा किया है। प्रवर्तन निदेशालय ने दावा किया है कि चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी ने कस्टडी में पूछताछ के दौरान माना है कि उसने रेत माफिया से खनन अधिकारियों के तबादलों और पोस्टिंग करवाने की एवज में 10 करोड़ रुपए नगद लिए थे।
ED ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के गिरफ्तार भांजे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी ने स्वीकार किया है कि उसे सीमावर्ती राज्य में रेत खनन कार्यों और अधिकारियों के स्थानांतरण या पोस्टिंग के बदले में 10 करोड़ रुपए नकद मिले हैं। केंद्रीय एजेंसी ने पंजाब में कथित रेत खनन कार्यों की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत ही हनी को 3 फरवरी को जालंधर में हिरासत में लिया था।
घर से मिले थे 7.9 करोड़, 2 करोड़ बिजनेस पार्टनर के घर से मिले थे
ED की टीम ने 18 जनवरी को भूपिंदर सिंह और उसके साथ काम करने वाले लोगों के घरों में छापे मारे थे। केंद्रीय एजेंसी ने हनी के घर से करीब 7.9 करोड़ रुपए नकद और एक अन्य व्यक्ति संदीप कुमार से करीब 2 करोड़ रुपए नकद जब्त किए थे।
एजेंसी ने तलाशी के दौरान कुदरतदीप सिंह, हनी, हनी के पिता संतोख सिंह और संदीप कुमार के बयान दर्ज किए हैं। बयानों ने सभी ने माना है कि जब्त किए गए 10 करोड़ रुपए हनी के थे। ईडी का दावा है कि अब खुद भूपिंदर सिंह ने ही मान लिया है उसे रेत खनन कार्यों और अधिकारियों के स्थानांतरण-पोस्टिंग करवाने के बदले में नगद कैश मिला था।
पहले टालमटोल करता रहा बाद में माना
ईडी के अधिकारियों ने बताया कि जब 10 करोड़ कैश हनी और उसके दोस्त के घर से बरामद किया तो उसने कहा कि वह रेत का धंधा करता है और उसकी अपनी कंपनियां भी हैं, जिससे उसने धन कमाया है। फिर उसे समन भेज कर ईडी के जालंधर ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया गया। वहां पर जब उसके आगे सारे गोलमाल के सवाल रखे गए तो वह टालमटोल करने लगा।
उसकी गलत कमाई के जब सारे दस्तावेज उसके सामने रखे तो वह बातों को इधर उधर घुमाने लगा, लेकिन ईडी तो शक इससे पक्का हो गया। इसके बाद 3 तारीख को ही हनी को ही गिरफ्तार किया गया। 4 फरवरी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया।
रिमांड के दूसरे दिन सख्ती करने पर उसने सारे राज खोल दिए। बता दें कि हनी, कुदरतदीप सिंह और संदीप कुमार प्रोवाइडर्स ओवरसीज कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी चलाते हैं, जिस पर पिछले महीने पंजाब में ईडी ने छापा मारा था।
कल फिर कोर्ट में पेशी
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे भूपिंदर सिंह को ED ने तीन फरवरी को पहले पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन ईडी के सवालों के सही ढंग से जवाब ने देने पर एजेंसी ने देर रात उसकी गिरफ्तारी ले ली थी। देर रात को ही करीब एक-डेढ़ बजे हनी का सिविल अस्पताल जालंधर में मेडिकल करवाया था।
अगले दिन चार फरवरी को ईडी ने हनी को दोपहर को जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया था और दस दिन का रिमांड मांगा था। जिस पर बहस के बाद कोर्ट ने हनी का आठ फरवरी तक चार दिन का रिमांड दिया था। हनी का रिमांड कल खत्म हो रहा है। ईडी हनी को कल कोर्ट में पेश करेगी। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार ईडी कल दोबारा कोर्ट में हनी का रिमांड बढ़ाने की मांग कर सकता है।