महाराणा प्रताप ने छुड़ा दिये थे मुगलों के पसीने - अनु शर्मा

जालंधर,( साहिल कजला)। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच द्वारा महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि पर पंजाब अध्य्क्ष  किशनलाल शर्मा की अध्य्क्षता में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ देशभक्ति का गीत गाकर किया गया।इस अवसर पर भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनु शर्मा,विनीत शर्मा,सरवन शर्मा,हर्ष गुलाटी, कमल गुलाटी ,विशेष तौर पर मौजूद रहे।

इस अवसर पर भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनु शर्मा  ने कहा कि उन्होंने पराक्रम से मुगलों को नाकों चने चबवा दिए थे। बता दें महाराणा प्रताप का जन्म राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में 9 मई, 1540 को हुआ था। वह महाराणा उदय सिंह और माता जयवंत कंवर की संतान थे। उनकी वीरता के अनेक किस्से मशहूर हैं।उनके पराक्रम का लोहा खुद अकबर ने भी माना था।उन्होंने कहा कि उनका शौर्य व स्वाभिमान आज भी हमें ऊर्जावान बनाता है। उनके आर्दशों को आज की युवा पीढ़ी अपनाए और उनका अनुसरण करें। अपने सिद्धांतों को कायम रखने के लिए कोई समझौता नहीं किया। उनका शौर्य और स्वाभिमान की कहानी आज की नई पीढ़ियों तक पहुंचे इसके लिए हमें एसे आयोजन लगातार करना चाहिए।

इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष किशनलाल शर्मा ने कहा विकट परिस्थितियों में उनकी जीवटता, दृढ़ इच्छा शक्ति और पराक्रम आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं।उनके जीवन और समर्पण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 23 अप्रैल 1547 को वैश्य कुल में जन्मे दानवीर भामाशाह विषम परिस्थितियों में सिद्धांतों पर अड़िग रहे। उन्होंने मेवाड़ के महाराणा प्रताप को अपना खजाना सौंपकर अकबर से युद्ध के लिए तैयारी में मदद की। दानवीरता का परिचय देने के साथ ही मातृभूमि के अनन्य सेवक के रूप में स्थापित हुए। 53 वर्ष की आयु में 16 जनवरी 1600 को उनका निधन हो गया। लेकिन दानवीरता और मातृभूमि के प्रति अगाध प्रेम के कारण वह अमर हो गए।

इस अवसर पर डॉ विनीत शर्मा ने आए हुए सभी लोगो का धन्यवाद करते हुई कहा महाराणा प्रताप द्वारा देश के बलिदान को कभी भुला नही सकते।

इस मौके पर अजमेर सिंह बादल,गुरदेव सिंह देबी, गुरजीत निक्कू, ओंकार सिंह,रेणु गुप्ता,राजिंदर कौर बादल,ज्योति लूथरा, राजविंदर बुग्गा, शिव दुग्गल, तिवारी ,परमजीत सिंह,नवीन भल्ला, सुरिंदर कुमार, संदीप तोमर,सुरिंदर सिंह,संजीव सोनी, मोहित सोनी,विनय भाटिया, रोहित,पवन लूथरा, हिमत सिंह, मौजूद रहे।