आदि महापुरुष महाराज अजमीढ़ जयंती शरद पूर्णीमा के अवसर दीप प्रज्ज्वलित कर के श्रद्धांजलि अर्पित की

गाज़ियाबाद। आदि महापुरुष महाराज अजमीढ़ जयंती शरद पूर्णीमा के अवसर दीप प्रज्ज्वलित कर के श्रद्धांजलि अर्पित की। हमें अपनी जड़ों को कभी नहीं भूलना चाहिए।हम जहाँ जन्म लेते हैं उसके सदैव कृतज्ञ रहना हमारा परम कर्तव्य है।

समाज सदैव ज्ञान प्राप्त करने के लिए अवसर तलाशने के साथ आत्मनिर्भर कैसे हों इस ओर सदैव प्रयास रत् रहना चाहिए।याद रखिये बंदा वैरागी के शब्द जब उन्होंने कहा कि वो कौम मर जाती है इतिहास में जो राजनीति में भागीदारी नहीं रखते।

परंतु मानवता व राष्ट्र प्रेम सर्वोच्च है इससे विलग होना स्वयं के अस्तित्व को खतरे में डालना है। सब के सुख में सुख होता है.महान वही है जो सबका हित सोचता है।